हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में कल दो कोरोना के मामले सामने आए हैं ।
पहला मामला दिल्ली से आए एक पुलिस कांस्टेबल का है ,जो पहले से ही हॉस्पिटल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती था ।उनका सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर कल उन्हें देहरादून अस्पताल ले जाया गया है ।
दूसरा मामला कैंसर रिसर्च इंस्टिट्यूट जॉली ग्रांट में आए मरीज के तीमारदार का है। महिला मरीज के पति कोरोना का सैंपल देकर अपनी पत्नी का चेकअप कराने जौलीग्रांट अस्पताल आए थे। तब पाया गया कि उनकी सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
यह जानकर अस्पताल प्रशासन ने तुरंत अपने स्टाफ को क्वॉरेंटाइन किया और उसकी ट्रैवल हिस्ट्री का पता लगाया जा रहा है । उनको मेला अस्पताल हरिद्वार भेजा गया है।
सीएमओ हरिद्वार सरोज नैथानी के अनुसार तीमारदार और उसकी पत्नी हरिद्वार निवासी हैं ।कुछ दिनों पहले दिल्ली रेड जोन से अपनी पत्नी को दिखाकर हरिद्वार आए थे। इसलिए इनके सैंपल मेला अस्पताल हरिद्वार में लिए गए थे ।। होम आइसोलेशन का इनको सुझाव दिया गया था । जिसको ना मानकर यह अपनी पत्नी की कीमोथेरेपी कराने के लिए जॉली ग्रांट अस्पताल पहुंचे । वहां प्राइवेट वार्ड में अपनी पत्नी के साथ रह रहे थे। इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सीएमओ हरिद्वार ने इनके संबंध में जानकारी जुटाई । तो इनका फोन स्विच ऑफ आया। विभाग ने मुस्तैदी दिखाते हुए इनका पता लगाया और इनको मेला अस्पताल लाया गया।
सीएमओ हरिद्वार ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि रेड जोन से आए व्यक्तियों या क्वॉरेंटाइन में रह रहे व्यक्तियों को आमजनों के संपर्क से बचना चाहिए ।यदि सभी लोग मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग सही प्रकार से करें तो कोरोना संक्रमण के स्पर्श से बचा जा सकता है ।
व्यक्ति को स्वयं में ही जागरूकता रखकर जीवन चलाना होगा।
इस प्रकार नियम तोड़े जाने पर इनके खिलाफ क्या कार्यवाही बनती है इस बारे में विचार किया जा रहा है।
एक टिप्पणी भेजें