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उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम् बोर्ड की  देहरादून में आयोजित बैठक में अहम बिंदु

  वेबसाईट अपडेट की जायेगी।  https://badrinath-kedarnath.gov.in को देवस्थानम के अनुरूप अपडेट/  अधिगृहित किया जायेगा।

*आफिसियल  फेस बुक पेज भी देवस्थानम् के अनुरूप बनेगा।
* 51 मंदिरों की वृहत जानकारी उपलब्ध रहेगी।

*राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केंद्र (एनआईसी ) सहयोग से वेबसाइट अपडेशन।

*  पहले से प्रचलित वेबसाईट में यात्री करते रहेंगे आन लाईन पूजा बुकिंग, आन लाईन डोनेशन।

* एनआईसी  ने  ट्रायल बेस पर 2019 में उपलब्ध कराया था  बद्रीनाथ में  वी.सेट।
* वेबसाईट में  उत्तराखंड के चार धाम  श्री  बदरीनाथ-केदारनाथ, श्री गंगोत्री-यमुनोत्री के  अधीनस्थ मंदिरों, पंच बदरी, पंचकेदार, पंच प्रयाग  सहित सभी  51 मंदिरों की भी जानकारी अपडेट की जा रही है।

 देहरादून:

  देहरादून स्थित  मुख्यमंत्री आवास सभागार में  आयोजित उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड की  पहली बैठक में वेबसाईट https://badrinath-kedarnath.gov.in को उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् बोर्ड के अनुरूप/ अधिगृहित किये जाने पर भी विचार विमर्श हुआ। ताकि तीर्थ यात्रियों को वेबसाइट के माध्यम से भी धामों की जानकारी प्राप्त हो सके। बैठक में कोरोना महामारी के चलते चारधाम यात्रा पर आये प्रभावों पर चर्चा हुई। महामारी पर नियंत्रण के बाद शीघ्र चार धाम यात्रा की उम्मीद जताई गयी है।
 मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित देवस्थानम बोर्ड की बैठक में कहा गया  कि सूचना-प्रौद्योगिकी एवं प्रचार-प्रसार के इस दौर में वेबसाईट के माध्यम से धार्मिक मान्यताओं/ परंपराओं के अनुरूप चारोंधामों के तीर्थ यात्रियों कों त्वरित जानकारी मिल सके।  इसके लिए लिए उन्होंने देवस्थानम बोर्ड से जुड़े अधिकारियों एवं नेशनल इंफोरमेटिक सेंटर (निक) देहरादून को भी  उचित दिशानिर्देश दिये।
   वेबसाईट में देश-विदेश के तीर्थयात्रियों हेतु श्री बदरीनाथ-केदारनाथ धाम,श्री गंगोत्री-यमुनोत्री एवं अधीनस्थ मंदिरों, पंच बदरी-पंच केदार,  पंच-प्रयाग सहित  श्री गंगोत्री एवं श्री यमुनोत्री धाम के बावत जानकारी उपलब्ध  की जायेगी।
उत्तराखंड के चार धामों के लिए मानचित्र के अनुसार तीर्थ स्थलों की स्थिति एवं पहुंच मार्ग, महत्व, जानकारी, आवास आदि सुविधाएं, पूजा परंपरा की भी जानकारी वेबसाइईट में सम्मलित होगी। पर्यटन-धर्मस्व मंत्री सतपाल जी महाराज ने बताया कि वेबसाइट के देवस्थानम बोर्ड के अनुरूप अपडेट होने तक वर्तमान प्रचलित वेबसाईट में  सभी जानकारियां  आन लाईन प्राप्त की जा सकती है।   बदरी-केदार की आन लाईन पूजायें  बुक करवायी सकती हैं तथा  आनलाईन डोनेशन भी  भेज सकते है, वेबसाईट में विभिन्न मंदिरों की पूजाओं के  विवरण के   अलावा  धर्मशालाओं/ विश्राम गृहों एवं कार्यालयों, संस्कृत स्कूलों, फार्मेसी आदि का विवरण उपलब्ध है।
  जारी प्रेस बयान में  पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर   कहा है कि  देवस्थानम  की  वेबसाईट अपडेशन  से तीर्थ यात्रियों को बेहतर  जानकारी एवं सुविधाएं मिलेगी।यह प्राथमिकता का विषय है।
 यहां यह उल्लेखनीय है कि पहले से ही आनलाईन /डोनेशन देनेवाले दानीदाताओं को कर मुक्ति प्रमाणपत्र 80 - जी दिया जाता रहा है । 2019 में  निक के सहयोग से बद्रीनाथ एवं केदारनाथ  में आनलाईन पूजा  हेतु साफ्टवेयर तैयार हो चुका है जोकि सफलता पूर्वक कार्य कर रहा है।
 देवस्थानम बोर्ड की बैठक में विधायक बद्रीनाथ एवं  सदस्य देवस्थानम बोर्ड महेन्द्र भट्ट एवं विधायक गंगोत्री गोपाल सिंह रावत ने  देवस्थानम बोर्ड की वेबसाईट को परिवर्धित किये जाने पर जोर दिया।  बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर्यटन मंत्री सतपाल जी महाराज, विधायक बदरीनाथ  महेन्द्र भट्ट तथा विधायक गंंगोत्री गोपाल सिंह रावत सहित मुख्य सचिव उत्पल कुमार एवं सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, वित्तसचिव सौजन्या  देवस्थानम् बोर्ड के सीईओ रमन रविनाथ  शामिल हुये।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में देवस्थानम बोर्ड के  लिए मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया  कि
मुख्य मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति की नयी वेबसाइईट http://badrinath-kedarnath.gov.in 14 फरवरी 2020 को  मुख्यमंत्री निवास में लांच की थी। जिस पर देवस्थानम के अनुरूप वेबसाईट बनने/ अधिगृहित होने तक तीर्थ यात्री आनलाईन  पूजाएं करवा  सकते है।तथा दान भेंट कर सकते है।

2004 में मंदिर समिति की वेबसाइटwww.badarikedar.org को राजीव नौटियाल एवं अमरीकी अप्रवासी भारतीय पंकज कुमार ने निशुल्क तैयार किया ।अब श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति का उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम बोर्ड में विलय हो चुका है अत: वेबसाईट, फेस बुक सहित सोशियल मीडिया का चारधाम के अनुरूप देवस्थानम बोर्ड द्वारा अपडेशन का कार्य शुरू हो रहा है। इसके लिए आयुक्त/ देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रमन रविनाथ के द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं।
इस संदर्भ में देवस्थानम बोर्ड के एक्ट में वर्णित 51 मंदिरों के संबंध में जानकारियां जुटाई गयी हैं। मंदिर समिति ( वर्तमान में देवस्थानम बोर्ड) कर्मचारियों द्वारा पांच लाख रुपये की धनराशि  कोरोना बचाव हेतु मुख्य मंत्री  कोष में में दी है। मंदिरों के संरक्षण हेतु संग्रहालय बनाये जाने उत्तराखंड के पौराणिक मंदिरों के प्रचार-प्रसार,  धार्मिक यात्राओं के संचालन हेतु अंतर्विभागीय समन्वयन समिति बनाये जाने, मंदिर परिसंपत्तियों का अधिग्रहण, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति कर्मचारियों के समायोजन, चारधाम निधि हेतु 10 करोड़ की स्वीकृति, हक हकूकधारियों के हितों को यथावत की सुरक्षित रखने पर चर्चा बिंदु बोर्ड बैठक में शामिल किये गये।




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