Halloween party ideas 2015



 बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर  जयंती पर  उन्हें याद करते हुए , प्रधानमंत्री मोदी ने  करोड़ों  लोगों का धन्यवाद किया।  उन्होंने कहा  कि  देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं,  प्रशंसनीय है।

कोरोना आपदा के मामले में देश ने  इंतजार नहीं किया बल्कि जैसे ही समस्या दिखी तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का भरसक प्रयास किया। यह एक ऐसा संकट है जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं है परंतु फिर भी कुछ सच्चाई यों को हम झुठला नहीं सकते ।यह भी सच है कि अगर बड़े-बड़े दुनिया के देशों में करुणा के आंकड़े देखें तो उनकी तुलना में तो उनकी तुलना में आज भारत संभली हुई स्थिति में है।महीना डेढ़ महीना पहले कहीं देश करुणा के मामले में एक प्रकार से भारत के बराबर थे ,परंतु आज उन देशों में भारत की तुलना में करुणा के 25 से 30 गुना बढ़ गए हैं ।
उन देशों में हजारों लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी है ।भारत में हॉलिस्टिक अप्रोच ना होती इंटीग्रेटेड अप्रोच ना अपनाए होती ,समय पर तेज फैसले ना लिए होते तो आज भारत की स्थिति क्या होती? इसकी कल्पना करते ही रोए खड़े हो जाते हैं । लेकिन बीते दिनों के अनुभवों से साफ है कि जो हमें रास्ता चुना है, आज की स्थिति में वही हमारे लिए बिल्कुल सही है।

उन्होंने कहा  कि  सामाजिक दूरी  से बहुत बड़ा लाभ देश को मिला है ।अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो यह महंगा जरूर लगता है, बड़ी कीमत है। लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे के आगे इसकी कोई तुलना नहीं है। सीमित संसाधनों के बीच भारत इस मार्ग पर चला है। भारत की  चर्चा आज दुनिया  में बहुत स्वाभाविक है ।देश की राज्य सरकारों ने भी स्थानीय संस्थाओं की इकाईयों ने भी बहुत जिम्मेदारी के साथ काम किया है ।चौबीसों घंटे हर किसी में अपना जिम्मा संभालने के लिए प्रयास किया है और हालात को संभाला भी है ।
लेकिन साथियों इन सब प्रयासों के बीच करोना जिस तरह फैल रहा है उसमें विश्व भर में  सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है।

 भारत में भी करोना के खिलाफ लड़ाई में कैसे आगे बढ़ें इसका इंतज़ार  नहीं किया बल्कि जैसे ही समस्या दिखी तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोक रोकने का भरसक प्रयास किया ।यह ऐसा संकट है जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं है ।परंतु फिर भी कुछ सच्चाई को हम झुठला नहीं सकते वह भी सच हे कि अगर बड़े-बड़े दुनिया के देशों में करोना के आंकड़े देखें तो उनकी तुलना में  आज भारत सम्भली हुई स्थिति  में है।  महीना डेढ़  महीना पहले विश्व के बड़े देशों के मामले  भारत के बराबर थे परंतु आज उन देशो में भारत की तुलना में करोना के केस  से 30 गुना बढ़ गए हैं ।उन देशो में हजारों लोगों की दुखद मृत्यु चुकी है। भारत में सही समय पर तेजी से लिए गए फैसले सही रहे।  सभी राज्य सरकारों और जनता की अपील पर हमने लॉक डाउन को बढ़ाने का फैसला लिया  है।

 भारत को लॉक डाउन को 3 मई तक बढ़ाया जायेगा। मतलब हर देशवासी को 3 मई तक लोग डाउन में रहना होगा ।हमें अनुशासन का उसी प्रकार पालन करना है जैसे हम करते आ रहे हैं । मेरी सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि अब हमें किसी भी कीमत पर नए नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है । स्थानीय स्तर पर एक भी मरीज मरता है तो हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए ।कहीं पर भी एक भी मरीज की दुखद मृत्यु होती है तो हमारी चिंता और बढ़नी चाहिए और इसीलिए हमें हॉटस्पॉट चित्रों को इंगित करके पहले से भी ज्यादा बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी ।जिन स्थानों के हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका है उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी। कठोर कदम उठाने होंगे।  आने वाले समय में कोरोना  हमारी तपस्या को और चुनौती देगा नए संकट पैदा करेगा इसलिए अगले 1 सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर जिले हर राज्य को बारीकी से परखा जाएगा । इसका मूल्यांकन किया जाएगा जो क्षेत्र अग्नि परीक्षा में सफल होंगे जो अपने हॉटस्पॉट नहीं बढ़ने देंगे और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी वह 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की छूट दी जा सकती है। परंतु शर्त होगी . बाहर निकलने के नियम सख्त होंगे । लॉक  डाउन के  नियम टूटते हैं और कोरोना  का पैर हमारे इलाके में पड़ता है तो सारी अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएंगी ।इसलिए ना खुद कोई लापरवाही करनी है ना किसी को लापरवाही करने देना है।

प्रधानमंत्री ने कहा  कि   कल इस बारे में सरकार की तरफ से एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाएगी।
 20 अप्रैल से चेन्नई क्षेत्रों में सीमित छूट का प्रावधान हमारे गरीब भाई-बहनों की आजीविका को ध्यान में रखते हुए किया गया है जो रोज कमाते हैं और अपना जीवन चलाते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा वही मेरा एक बड़ा परिवार है मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता में एक इनके जीवन में आई मुश्किल को कम करना है ।प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से सरकार ने उनकी मदद करने का हर संभव प्रयास किया है। अब नई गाइडलाइन बनाते समय भी इन चीजों का पूरा ध्यान रखा गया है ।इस समय रबी  फसल की कटाई का काम जारी है ।केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रहे हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो देश में दवा से लेकर जा तक पर्याप्त भंडार  हैं।
हमारे  देश में अब 220 से ज्यादा लैब टेस्टिंग का काम कर रही हैं ।विश्व का अनुभव यह कहता है कि करो ना के 10000 मरीज होने पर 1500  बेड की जरूरत होती है। भारत में आज हम एक लाख से अधिक बेड की व्यवस्था कर चुके हैं, इतना ही नहीं 600 से अधिक ऐसे अस्पताल हैं जो सिर्फ कोविड-19 कर रहे हैं।
 इन सुविधाओं को बहुत तेजी से बढ़ाया जा रहा है ।आज भारत के पास सीमित संसाधन हो लेकिन मेरा भारत के युवा वैज्ञानिकों से विशेष आग्रह है कि विश्व कल्याण के लिए मानव कल्याण के लिए वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठायें।

करोना जैसी महामारी  में , मैं आपका साथ मांग रहा हूं -


 पहली बात ---अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें विशेषकर ऐसे व्यक्ति ने पुरानी बीमारी हो .

दूसरी बात ---लॉक डाउन  ,सोशल डिस्टेंस की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें घर में बने फेस कवर यामास कवर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें

तीसरी बात --अपनी प्रतिरोधक क्षमता  बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें गर्म पानी का अत्याधिक

 चौथी बात ---आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप जरूर डाउनलोड करें दूसरों को भी एप्स डाउनलोड करने के लिए

 पांचवी बात --गरीब परिवार की देखरेख करें उनकी भोजन की आवश्यकता पूरी बात

 छठी बात --किसी को नौकरी से ना   निकाले

सातवीं बात---कोरोना  योद्धाओं का सम्मान करें

 यह सप्तपदी विजय होने का मार्ग पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक -लॉक डाउन के नियमों का पालन करें जहां है वहां रहें सुरक्षित रहें और सभी राष्ट्र को जीवित और जागरूक बनाएंगे, इसी कामना के साथ बात समाप्त करते हुए प्रधानमंत्री ने उत्तम स्वास्थ्य की मंगल कामनाएं की।

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