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गंगोत्री /उत्तरकाशी :



उत्तराखंड चारधाम यात्रा- 2020


इस अवसर पर देश के  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी  के द्वारा तृतीया महापर्व की शुभ बेला पर श्री पाँच मंदिर समिति गंगोत्री को 1100 रुपये मात्र दान स्वरूप दिए।तथा पहली पूजा  प्रधानमंत्री  के नाम से हुई।

*  आज  तय समय के अनुसार दिन में 12.35 बजे श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुले।

*  आज दोपहर 12.41 बजे  श्री यमुनोत्री धाम के कपाट खुल गये है।

*   29 अप्रैल को प्रात:खुलेंगे श्री केदारनाथ धाम के कपाट
*15 मई को खुलेंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट।
* श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली गोरीकुंड पहुंची।

आज  अक्षय तृतीया के पावन पर्व में श्री गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट खुल गये हैं।  इसके साथ उत्तराखंड चार धाम के कपाट खुलने की शुरुआत हो गयी है।
 सादगीपूर्वक पूर्व निर्धारित तिथि एवं समय पर आज दिन में 12.35 श्री गंगोत्री धाम एवं  दिन में 12.41 पर श्री यमुनोत्री धाम के कपाट खुल गये है। श्री केदारनाथ धाम के कपाट 29 अप्रैल प्रात:6 बजकर 10 मिनट पर खुलेंगे।
जबकि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तथा पर्यटन-धर्मस्व मंत्री  सतपाल जी महाराज ने चार धामों के कपाट खुलने के अवसर पर शुभकामनाएं दी है।
उन्होंने कहा कि विधि-विधान पूर्वक धामों के कपाट खुलने शुरू हुए हैं आशा है कि जल्दी कोरोना महामारी का संकट टल जायेगा तथा चार धाम यात्रा पहले की भांति शुरू होगी।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी से  बचाव हेतु अभी केवल धामों के तय तिथियों पर कपाट खुल रहे है अभी चार धाम में केंद्र की एडवाइजरी के अनुसार तीर्थ यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है।
चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद ‌ममगाई‌ ने भी चारधाम यात्रा की शुरुआत होने पर बधाई दी है।
श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलते समय उपजिलाधिकारी भटवाड़ी देवेन्द्र सिंह नेगी, मंदिर समिति अध्यक्ष पं.सुरेश सेमवाल, पलिस क्षेत्राधिकारी कमल पंवार एवं श्री यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के समय उपजिलाधिकारी बड़कोट एवं मंदिर समिति पदेन अध्यक्ष सोहन सिंह सैनी, मंदिर समिति उपाध्यक्ष जग मोहन उनियाल, कृतेश्वर उनियाल, क्षेत्राधिकारी पुलिस अनुज आर्य आदि मौजूद रहे।

इस क्रम में  कल शनिवार को शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में रात्रि को भैरव पूजा हुई।आज श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली उखीमठ से  बहुत कम संख्या में तीर्थ पुरोहितों, प्रशासन  एवं देवस्थानम बोर्ड के कर्मियों के साथ  केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान हुई।  कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए सादगी पूर्ण ढंग से शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सड़क मार्ग से डोली आज गौरीकुंड पहुंच गयी है। 27 अप्रैल को डोली लिंचोली तथा  28 अप्रैल शाम को डोली श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 29 अप्रैल को प्रात: 6 बजकर 10 मिनट पर श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट खुल जायेंगे।

जबकि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के  अनुसार उत्तराखंड चारधाम के कपाट खुलने के पश्चात परिस्थितियों का आकंलन कर
उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों के अनुसार यात्रा चल सकेगी।
डोलियों के धामों के प्रस्थान एवं कपाट खुलने की ब्यवस्थाओं हेतु  आयुक्त गढ़वाल/ सीईओ उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम बोर्ड   रमन रविनाथ के द्वारा श्री गंगोत्री एवं श्री यमुनोत्री धाम की  कपाट खुलने की ब्यवस्थाओं के संचालन हेतु उप जिलाधिकारी  भटवाड़ी एवं बड़कोट को  उचित दिशा निर्देश जारी किए गए है इसी क्रम में श्री बदरीनाथ धाम एवं श्री केदारनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड के आदेशानुसार अग्रिम दल भेजे गये। श्री उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड से जुड़े मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि कपाट खुलने की प्रक्रियाओं  कोरोना महामारी बचाव हेतु नियमों का सावधानी से पालन हो रहा है डोलियों के प्रस्थान के समय शारीरिक दूरी, मास्क पहनना, साफ सफाई का, हाथों को साबुन से धोने, सेनिटाइजर प्रयोग किया जा रहा है। इसी क्रम में स्थानीय नगर पंचायत द्वारा बदरीनाथ धाम में मंदिर तथा पुल, भवन, मुख्य मार्गो, बस अड्डा, टैक्सी स्टेंड को सेनिटाइज किया जा रहा है।


     कोरोना वायरस व लॉक डाउन के चलते समस्त नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए  विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट गंगा पूजन,गंगा सहस्त्रनाम पाठ एवं विशेष पूजा अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रोहिणी अमृत योग की शुभ बेला पर आज दोपहर 12:35 बजे कपाट खोल दिए गए है। कपाटोद्घाटन के दौरान सोशल डिस्टेंस का पूर्ण रूप से अनुपालन किया गया तथा सभी के द्वारा मास्क अनिवार्य रूप से पहने गये।

 उल्लेखनीय है कि 25 अप्रैल को माँ गंगा जी की डोली उनके मायके व शीतकालीन प्रवास मुखबा से भैरोंघाटी के लिए रवाना हुई थी। भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद मां गंगा की डोली आज प्रातः 7 बजे गंगोत्री के लिए रवाना हुई। जहां गंगा पूजन,गंगा सहस्त्रनाम पाठ एवं विशेष पूजा अर्चना के बाद विधि विधान के साथ गंगा जी की भोग मूर्ति को मंदिर के भीतर विराजमान किया गया।

 जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस व देशव्यापी लॉक डाउन के चलते भारत सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुरूप समस्त नियमों को लागू करते हुए दोनों धाम श्री यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम के कपाट आज (रविवार) सादगीपूर्ण ढंग से  खोले गए है। कोविड 19 व लॉक डाउन के चलते दोनों धामों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.डीपी जोशी के नेतृत्व में मेडिकल टीम द्वारा कपाटोद्घाटन में शामिल सभी तीर्थ पुरोहितों का मेडिकल परीक्षण किया गया। साथ ही मौके पर सैनिटाइजर, मास्क आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई । नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें यमुनोत्री एवं गंगोत्री में मौजूद रही।* जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस प्रभावी रोकथाम के लिए जारी गाइड लाइन के अनुसार समस्त नियमों का अनुपालन कराया गया है तथा आगे भी यह समस्त नियम प्रभावी रहेंगे।

      इस अवसर पर गंगोत्री में उप जिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी,सीएमओ डॉ डीपी जोशी, सीओ कमल पंवार मन्दिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, व यमुनोत्री धाम में उप जिलाधिकारी सोहन सैनी,यमुनोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष जगमोहन उनियाल, सचिव कृतेश्वर उनियाल सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी तीर्थ पुरोहित मौजूद थे।

     

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