प्रधानमंत्री ने कहा कि मन मे संकल्प करके हमे ये सोचना है हम अकेले नही है, कोई भी अकेला नही है। कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ देश के लॉक डाउन के नौवें दिन के दौरान ,जिस प्रकार देशवासियों ने अनुशासन और सेवाभाव का परिचय दिया वह अभूतपूर्व है । शासन -प्रशासन का कार्य भी सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि आपने जिस प्रकार हर किसी का धन्यवाद दिया वह भी मिसाल बन गया। इस चुनौतीपूर्ण समय मे देश की सामूहिक शक्ति का विश्वास दिलाया। देश के लॉक डाउन के समय आपकी सामूहिकता चरितार्थ होती नजर आ रही है। उन्होंने अपील की है कि इस आयोजन के दौरान कहीं भी किसी को नही जाना है। सोशल डिस्टेंस को तोड़ना नही है। कोरोना की चैन तोड़ने का यही रामबाण इलाज है। अतः 5 अप्रैल रविबार को अकेले बैठकर मां भारती का स्मरण कर 135 करोड़ देशवासियों का ध्यान कीजिये और सभी लाइटें बुझा कर चार दीपक जलाइए।
9 मिनट के लिये यह कार्य अवश्य कीजिए । लॉक डाउन के दौरान आप इस समय जरूर अपनेआप को बेबस पाते होंगे। परंतु 135 करोड़ लोगों की सामूहिक शक्ति ही सबका संबल है। कुल मिलाकर मोदीजी ने प्रकाशपर्व मनाने का आह्वान किया है। उन्होंने जनतारूपी विराट स्वरूप से ऊर्जा ग्रहण करने और प्रेरणा लेने का आह्वान भी किया है। इस कोरोना संकट से प्रभावित गरीब भाई बहनो को प्रकाश की और ले जाना है। हमारी स्पिरिट से बढ़कर कुछ भी नही है।।
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