देहरादून;
नव दिव्यांग सेवा संस्थान डोईवाला संस्था के युवा ग्रामीण इलाकों में कोरोना वारियर्स की भूमिका अदा कर रही है।
यह युवा स्थानीय पुलिस अथवा लोगों के माध्यम से जानकारी लेते हैं जिनका राशनकार्ड नही है और अपने स्तर से ग्रामीण श्रमिक, दिहाड़ी मजदूर को सहयोग करते हैं
नव दिव्यांग सेवा संस्थान डोईवाला विधानसभा के दुधली व नागल बुलन्दा वाला ग्राम पंचायत के जरूरत मंद श्रमिक,अन्य प्रांतों से आये मजदूर,दिहाड़ी वालों या जिनका राशनकार्ड नही है उन्ही को राशन उपलब्ध करा रही है जिसमें आटा, दाल,चावल,मसले,तेल,साबुन,नमक,दलिया, आदि जरूरत का सामान होता है।
संस्था के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि मदद करते हुए हमने किसी व्यक्ति का फ़ोटो नही लिया बल्कि दरवाजे पर सामान रख बताकर चले गए ताकि जब वह परिवार साथ बैठ कर रोटी खाये तो एक दूसरे से आंखें मिलाकर खाना खाएं।
ऐसा संस्था लॉक डाउन के बाद से ही कर रही है क्योंकि देखा गया कि कुछ परिवार को जरूरत तो है पर वो शर्म के कारण आगे नही आ पा रहे थे और किसी को बता नही पा रहे थे।
संस्था ने जरूरतमंदों को,स्थानीय चौकी को अपना मोबाइल नम्बर दिया हुआ है और कहा है कि यदि आपके पास राशन न हो तो हमें फोन कर देना पर भूखे मत सोना।
ऐसे कई मजदूर हैं जो अन्य प्रांतों से आये हैं और कुछ तो अपने परिवार के साथ फंस गए हैं।
स्थानीय पुलिस के निवेदन पर भी हम जरूरत मन्दों तक आवश्यक राशन उपलब्ध करा रहे हैं।
युवाओं की टीम है अजय कुमार ,मनीष कुमार,कौशिक बिष्ट,आशीष बिष्ट,हेमंत उप्रेती, संजय भरतवाल व अमर सिंह नेगी, बाबू राम बौड़ाई,प्रदीप थापा, अजय शाही इसके अलावा पर्दे के पीछे अनके लोग है जो संस्था के माध्यम से मदद करते हैं।
नव दिव्यांग सेवा संस्थान के अध्यक्ष अपने ट्रस्ट के माध्यम से सेतु का कार्य कर रहे हैं जिनका राशनकार्ड नही अथवा जरूरतमंद है उन्हें समय समय पर राशन उपलब्ध करा रहे हैं।
संस्था ने लोगों के सहयोग से 100 से अधिक लोगों को राशन सामग्री उपलब्ध करा चुकी है।
नव दिव्यांग सेवा संस्थान डोईवाला संस्था के युवा ग्रामीण इलाकों में कोरोना वारियर्स की भूमिका अदा कर रही है।
यह युवा स्थानीय पुलिस अथवा लोगों के माध्यम से जानकारी लेते हैं जिनका राशनकार्ड नही है और अपने स्तर से ग्रामीण श्रमिक, दिहाड़ी मजदूर को सहयोग करते हैं
नव दिव्यांग सेवा संस्थान डोईवाला विधानसभा के दुधली व नागल बुलन्दा वाला ग्राम पंचायत के जरूरत मंद श्रमिक,अन्य प्रांतों से आये मजदूर,दिहाड़ी वालों या जिनका राशनकार्ड नही है उन्ही को राशन उपलब्ध करा रही है जिसमें आटा, दाल,चावल,मसले,तेल,साबुन,नमक,दलिया, आदि जरूरत का सामान होता है।
संस्था के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि मदद करते हुए हमने किसी व्यक्ति का फ़ोटो नही लिया बल्कि दरवाजे पर सामान रख बताकर चले गए ताकि जब वह परिवार साथ बैठ कर रोटी खाये तो एक दूसरे से आंखें मिलाकर खाना खाएं।
ऐसा संस्था लॉक डाउन के बाद से ही कर रही है क्योंकि देखा गया कि कुछ परिवार को जरूरत तो है पर वो शर्म के कारण आगे नही आ पा रहे थे और किसी को बता नही पा रहे थे।
संस्था ने जरूरतमंदों को,स्थानीय चौकी को अपना मोबाइल नम्बर दिया हुआ है और कहा है कि यदि आपके पास राशन न हो तो हमें फोन कर देना पर भूखे मत सोना।
ऐसे कई मजदूर हैं जो अन्य प्रांतों से आये हैं और कुछ तो अपने परिवार के साथ फंस गए हैं।
स्थानीय पुलिस के निवेदन पर भी हम जरूरत मन्दों तक आवश्यक राशन उपलब्ध करा रहे हैं।
युवाओं की टीम है अजय कुमार ,मनीष कुमार,कौशिक बिष्ट,आशीष बिष्ट,हेमंत उप्रेती, संजय भरतवाल व अमर सिंह नेगी, बाबू राम बौड़ाई,प्रदीप थापा, अजय शाही इसके अलावा पर्दे के पीछे अनके लोग है जो संस्था के माध्यम से मदद करते हैं।
नव दिव्यांग सेवा संस्थान के अध्यक्ष अपने ट्रस्ट के माध्यम से सेतु का कार्य कर रहे हैं जिनका राशनकार्ड नही अथवा जरूरतमंद है उन्हें समय समय पर राशन उपलब्ध करा रहे हैं।
संस्था ने लोगों के सहयोग से 100 से अधिक लोगों को राशन सामग्री उपलब्ध करा चुकी है।
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