Halloween party ideas 2015






चैत्र मास नवरात्रि का शुभारंभ 25 मार्च 2020 से हो रहा है नव संवत्सर की  हार्दिक बधाई के साथ , नवरात्रि  में घट स्थापना का शुभ मुहूर्त इस प्रकार होगा।
घट स्थापना प्रातः काल में ही शुभ होगा।  सूर्योदय  6:17 प्रात: से 10:29 प्रातः  के अन्तर्गत  घटस्थापना शुभ  है।

घट स्थापना का शुभ मुहूर्त

घट स्थापना प्रातः काल में ही शुभ होगा  सूर्योदय      6:17प्रात: से 10:29 प्रातः  के अन्तर्गत  घटस्थापना शुभ  हैचैत्र शुक्ल प्रतिपदा  बुधवार  25 मार्च 2020से *शिवविंशति* का *प्रमाथी* नाम नव संवत 2077 प्रारम्भ होग
नाम  आगामी सम्वत् काल में व्रतानुष्ठान संकल्प  दानादि शुभ कार्यों में  *प्रमाथी* नाम संवत्सर का ही प्रयोग होगा | नए सम्वत् का *राजा बुध और मंत्री चन्द्रमा* होने से  आगामी वर्ष  राष्ट्रीय अध्यक्षो के परस्पर विरोधी टकराव बढ़ेंगे । प्राकृतिक प्रकोपोएवं युद्ध के भय के कारण लोगो की धन सम्पदा की हानि होगी आर्थिक सामाजिक एवं राजनितिक अस्थिरताओ के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त होगा । इस वर्ष वर्षा अधिक होगी
 *ग्रह गोचर*
तारिख 29 मार्च से गोचरस्थ कालसर्प योग का प्रभाव रहने से अत्याधिक  महंगाई  एवं राजनितिक अस्थिरता का माहौल बनेगा सामान्य लोगों मे रोग शोक  एवं असंतोष व्याप्त होगा
   
कैसे मनाया जाता है ,नवरात्रि का त्‍योहार

नवरात्रि का त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है. उत्तर भारत में नौ दिनों तक देवी मां के अलग-अलग स्‍वरूपों की पूजा की जाती है. भक्‍त पूरे नौ दिनों तक व्रत रखने का संकल्‍प लेते हैं. पहले दिन कलश स्‍थापना की जाती है और अखंड ज्‍योति जलाई जाती है. फिर अष्‍टमी या नवमी के दिन कुंवारी कन्‍याओं को भोजन कराया जाता है. चैत्र नवरात्र के आखिरी दिन यानी कि नवमी को राम नवमी कहते हैं.

 हिन्‍दू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन मर्यादा-पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म हुआ था. रामनवमी के साथ ही मां दुर्गा के नवरात्रों का समापन भी होता है. रामनवमी के दिन पूजा की जाती है. इस दिन मंदिरों में विशेष रूप से रामायण का पाठ किया जाता है और भगवान श्री राम की पूजा अर्चना की जाती है. साथ ही भजन-कीर्तन कर आरती की जाती है और भक्‍तों में प्रसाद बांटा जाता है.

25 मार्च 2020: नवरात्रि का पहला दिन, प्रतिपदा, कलश स्‍थापना, चंद्र दर्शन और शैलपुत्री पूजन.
26 मार्च 2020: नवरात्रि का दूसरा दिन, द्व‍ितीया, बह्मचारिणी पूजन.
27 मार्च 2020:  नवरात्रि का तीसरा दिन, तृतीया, चंद्रघंटा पूजन.
28 मार्च 2020: नवरात्रि का चौथा दिन, चतुर्थी, कुष्‍मांडा पूजन.
29 मार्च 2020: नवरात्रि का पांचवां दिन, पंचमी, स्‍कंदमाता पूजन.
30 मार्च 2020: नवरात्रि का छठा दिन, षष्‍ठी, सरस्‍वती पूजन.
31 मार्च 2020: नवरात्रि का सातवां दिन, सप्‍तमी, कात्‍यायनी पूजन.
1 अप्रैल 2020: नवरात्रि का आठवां दिन, अष्‍टमी, कालरात्रि पूजन, कन्‍या पूजन.
2 अप्रैल 2020: नवरात्रि का नौवां दिन, राम नवमी, महागौरी पूजन, कन्‍या पूजन, नवमी हवन, नवरात्रि पारण
नवरात्रि व्रत के नियम
अगर आप भी नवरात्रि के व्रत रखने के इच्‍छुक हैं तो इन नियमों का पालन करना चाहिए.
- नवरात्रि के पहले दिन कलश स्‍थापना कर नौ दिनों तक व्रत रखने का संकल्‍प लें.
- पूरी श्रद्धा भक्ति से मां की पूजा करें.
- दिन के समय आप फल और दूध ले सकते हैं.
- शाम के समय मां की आरती उतारें.
- सभी में प्रसाद बांटें और फिर खुद भी ग्रहण करें.
- फिर भोजन ग्रहण करें.
- हो सके तो इस दौरान अन्‍न न खाएं, सिर्फ फलाहार ग्रहण करें.
- अष्‍टमी या नवमी के दिन नौ कन्‍याओं को भोजन कराएं. उन्‍हें उपहार और दक्षिणा दें.
- अगर संभव हो तो हवन के साथ नवमी के दिन व्रत का पारण करें.

 अधिक जानकारी के सीधे  लिए सम्पर्क करें ।फलित ज्योतिषाचार्य देवेन्द्र प्रसाद भट्ट(vip Pandit) देहरादून उत्तराखंड

एक टिप्पणी भेजें

www.satyawani.com @ All rights reserved

www.satyawani.com @All rights reserved
Blogger द्वारा संचालित.