ऋषिकेश;
सप्तम आर्थिक गणना-2019 को लेकर ऋषिकेश नगर निगम प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है ।वृहस्पतिवार की दोपहर महापौर अनिता ममगई ने एक महत्वपूर्ण बैठक लेकर तैयारियों का जायजा लिया।गौरतलब है कि सांख्यिकी एवं कार्यान्वयन मंत्रालय भारत सरकार के मार्गदर्शन में जन सेवा केंद्र इलेक्ट्रॉनिक एवं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सप्तम आर्थिक गणना राज्य में सम्पादित करायी जा रही है जिसमें विभिन्न आर्थिक क्रियाकलापों व्यवसायिक प्रतिष्ठानों आदि की सूचना सीएससी के पंगणकों के माध्यम से एकत्रित की जानी है। इसमें पूरी तरह से डिजिटल तकनीक का प्रयोग किया जाना है।
नगर निगम महापौर ने बताया भारत सरकाार द्वारा की जा रही आर्थिक जनगणना सभी के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि अभी तक जानकारी के अभाव में इस कार्य में कुछ बाधा उत्पन्न हुई। जिसमें सभी सहयोग करने के लिए तत्पर है परंतुु उन्हें. सही जानकारी दी जानी चाहिए।
बैठक में सांख्यिकी विभाग के अधिकारियोंं ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा इस कार्य में लगे कर्मचारियों को उनके कार्य किए जाने से रोका जा रहा है ।जिसके कारण गणना किए जाने में बाधा उत्पन्न हो रही है। बैठक में नगर निगम के पार्षदों को राष्ट्रीय महत्व के इस कार्य की उपयोगिता को लेकर समझाया गया ।
बैठक में नगर निगम के सहायक आयुक्त एल एम दास ,सहायक आयुक्त विनोद शाह ,सीएससी के देहरादून के डिस्टिक मैनेजर तरुण नौटियाल, भूपेंद्र एवं मेघा बंसल, भोपाल सिंह , गुरविंदर सिंह, राकेश सिंह, विजेंद्र मोघा, राजेश दिवाकर, जेएस राणा ,सोनू प्रभाकर, मनीष मनवाल, विजय बडोनी, सुन्दरी कण्डवाल,उमा बृजपाल राणा , राधा रमोला अनीता रैणा शकुंतला शर्मा विजयलक्ष्मी भट्ट विजयलक्ष्मी शर्मा पुष्पा मिश्रा शारदा सिंह रीना शर्मा रूपा देवी आदि उपस्थित थे ।आर्थिक सर्वेक्षण के कार्य इससे पूर्व राज्य के अनेक जिलों में शुरू हो चुका है। प्रदेश की राजधानी और सीएम की विधानसभा डोईवाला में भी आर्थिक सर्वेक्षण के कार्य सीएससी केंद्रों द्वारा सांख्यकी विभाग की देख रेख में जारी है।
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