Halloween party ideas 2015





                            विद्या भारती उत्तराखंड के तत्वावधान में सेवा भारती द्वारा आयोजित कार्यक्रम का समापन
ऋषिकेश;


दिनांक 28फरवरी को सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज  आवास विकास ऋषिकेश में संस्कार केन्द्र के दो दिवसीय प्रमुख बैठक का समापन हुआ ,इससे पूर्व वन्दना सत्र में श्रीमान यतीन्द्र(राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री),डॉ विजयपाल (प्रदेश निरीक्षक भ.शि.समिति), श्रीमान युद्धवीर (मा.प्रान्त प्रचारक),श्रीमान भुवन  (.संग़ठन मंत्री),श्रीमान सत्य प्रसाद बंगवाल ( .प्रदेश निरीक्षक),श्रीमान पुरषोत्तम बिजल्वाण (सेवा प्रमुख गढ़वाल)एवं श्रीमान राजेंद्र प्रसाद पांडे  ( प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कालेज आवास विकास ऋषिकेश)द्वारा मां सरस्वती के चित्र का अनावरण कर संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन  कर व मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर  कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में  श्रीमान यतीन्द्र जी ने   बताया कि बैठक करने का उद्देश्य यह है कि विद्या भारती के तत्वावधान में सेवा भारती द्वारा संचालित सिलाई केंद्र व शिक्षण संस्थान में गरीब, वंचित, झुग्गी झोपड़ियों तथा मलिन बस्तियों में रहने वाले बच्चों तथा महिलाओं का सर्वांगीण विकास हो सके!तथा सभी जो काफी वर्षों से जो अनुभवी आचार्य या आचार्या है ,वह अपने अनुभवों का सभी से मिलकर साझा करें।जिसमे कुछ आचार्य व आचार्या ने  बताया कि संस्कार केन्द्र के द्वारा आये छात्र छात्राओं में  ,वैचारिक , बस्ती में  ,स्वयं में समाज परिवर्तनो को सबके साथ साझा किया।

 कार्यक्रम में श्रीमान विजयपाल   ने कहा कि हमारे अनेकों जगह संस्कार केंद्र विद्या भारती अखिल भारती ,सेवा भारती द्वारा जो आचार्य परिवार द्वारा संस्कार केन्द्र के माध्यम से संस्कार देकर समाज में  परिवर्तन का जो  कार्य किया जा रहा है ,वह सभी के सहयोग से ही सम्पन्न होगा,इसमे सभी  आचार्य परिवार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है ! ओर भी सभी व्यक्तियों को इसमे सहयोग करना चाहिए!    

 इस अवसर पर विनोद रावत,पुरषोत्तम बिजल्वाण, नन्द किशोर भट्ट, कर्णपाल बिष्ट ,सतीश चौहान , नरेन्द्र खुराना, अजीत रावत ,सिद्धान्त , एवं लगभग 120 गढ़वाल मण्डल कुमाऊँ मण्ड़ल वविद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे!

एक टिप्पणी भेजें

www.satyawani.com @ All rights reserved

www.satyawani.com @All rights reserved
Blogger द्वारा संचालित.