डोईवाला;
आज दिनांक 28 फरवरी 2020 को शहीद दुर्गा मल्ल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डोईवाला में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। नोबेल पुरस्कार विजेता पुरस्कृत सी वी रमन को आज उनके जन्मदिवस पर हम स्मरण करें ,इसलिए इस दिवस का आयोजन किया जाता है।
प्रोफ़ेसर सी वी रमन ने आज ही के दिन 1928 में अपनी शोध प्रस्तुत की थी जिसको रमन इफेक्ट के नाम से जाना गया था। सन 1930 में उनके कार्य के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर विज्ञान संकाय के डा०एस० पी० सती ने विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विज्ञान का उपयोग सकारात्मक रूप में होना चाहिए।जो मानव समाज के लिए उपयोगी हो इस अवसर पर भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ नवीन नैथानी ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास के लिए 1987 से इस दिन को चुना गया एवं सीवी रमन प्रभाव के सोच की उपलब्धियों पर प्रकाश डालाउन्होने बताया कि अभी तक कुल 886 नोबेल पुरस्कारों में से मात्र 53 महिलाओं को ही नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डीसी नैनवाल ने छात्र छात्राओं को इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने की बधाई दी और कहा कि विज्ञान कभी समाप्त नहीं होता। यह एक सतत प्रक्रिया है विज्ञान सत्यता पर जश्न करता है वह आगे बढ़ता है। विज्ञान समाज को आगे बढ़ाने की निरंतरता है। भारतीय वैज्ञानिकों ने विज्ञान के क्षेत्र में अनेकों कार्य व खोज प्रारंभ की है।
इसरो के कार्यों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है उन्होंने मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के साथ-साथ मिसाइल वूमेन का भी उल्लेख किया वह छात्र छात्राओं को विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय में भाषण प्रतियोगिता एवं चार्ट प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में मुख्य रूप से दीक्षा डोभाल श्रेया भट्ट हिमानी , सोनानी
उनियाल ने रमन प्रभाव व विज्ञान व मनुष्य के संबंध पर अपने विचार रखे। इसी विषय पर विचार करते रखते हुए बीएससी सिक्स सेमेस्टर की अनामिका ने बताया कि आज ही के दिन संपूर्ण विश्व में भारतीयों की विद्वता को पहचाना था बीएससी सिक्स सेमेस्टर की छात्रा कल्पना ने बताया कि 2020 तक आते-आते महिलाओं की स्थिति सुधरी है परंतु अभी भी सुधार की आवश्यकता है। बीएससी फर्स्ट ईयर की दीक्षा डोभाल ने नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ सी वी रमन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान समय में विज्ञान के जीवन पर प्रभाव विषय परप्रकाश डाला।श्रेया भट्ट बीएससी फर्स्ट ईयर ने भी विज्ञान दिवस की उपयोगिता और विभिन्न आयोजनों की चर्चा की यहां इस अवसर पर हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ डीएन तिवारी।, डॉ डीपी सिंह, डॉक्टर संतोष वर्मा डॉक्टर पूनम पांडे डॉक्टर एम एस रावत,डॉ प्रभा विस्ट, डॉक्टर आर एस रावत एवं डॉ संतोष वर्मा,डा० अंजली वर्मा, डा० पूनम पाण्डे एवं मीडिया प्रभारी डा० एसके कुडियाल उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन डा० पल्लवी मिश्रा ने किया।
आज दिनांक 28 फरवरी 2020 को शहीद दुर्गा मल्ल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डोईवाला में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। नोबेल पुरस्कार विजेता पुरस्कृत सी वी रमन को आज उनके जन्मदिवस पर हम स्मरण करें ,इसलिए इस दिवस का आयोजन किया जाता है।
प्रोफ़ेसर सी वी रमन ने आज ही के दिन 1928 में अपनी शोध प्रस्तुत की थी जिसको रमन इफेक्ट के नाम से जाना गया था। सन 1930 में उनके कार्य के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर विज्ञान संकाय के डा०एस० पी० सती ने विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विज्ञान का उपयोग सकारात्मक रूप में होना चाहिए।जो मानव समाज के लिए उपयोगी हो इस अवसर पर भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ नवीन नैथानी ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास के लिए 1987 से इस दिन को चुना गया एवं सीवी रमन प्रभाव के सोच की उपलब्धियों पर प्रकाश डालाउन्होने बताया कि अभी तक कुल 886 नोबेल पुरस्कारों में से मात्र 53 महिलाओं को ही नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डीसी नैनवाल ने छात्र छात्राओं को इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने की बधाई दी और कहा कि विज्ञान कभी समाप्त नहीं होता। यह एक सतत प्रक्रिया है विज्ञान सत्यता पर जश्न करता है वह आगे बढ़ता है। विज्ञान समाज को आगे बढ़ाने की निरंतरता है। भारतीय वैज्ञानिकों ने विज्ञान के क्षेत्र में अनेकों कार्य व खोज प्रारंभ की है।
इसरो के कार्यों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है उन्होंने मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के साथ-साथ मिसाइल वूमेन का भी उल्लेख किया वह छात्र छात्राओं को विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय में भाषण प्रतियोगिता एवं चार्ट प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में मुख्य रूप से दीक्षा डोभाल श्रेया भट्ट हिमानी , सोनानी
उनियाल ने रमन प्रभाव व विज्ञान व मनुष्य के संबंध पर अपने विचार रखे। इसी विषय पर विचार करते रखते हुए बीएससी सिक्स सेमेस्टर की अनामिका ने बताया कि आज ही के दिन संपूर्ण विश्व में भारतीयों की विद्वता को पहचाना था बीएससी सिक्स सेमेस्टर की छात्रा कल्पना ने बताया कि 2020 तक आते-आते महिलाओं की स्थिति सुधरी है परंतु अभी भी सुधार की आवश्यकता है। बीएससी फर्स्ट ईयर की दीक्षा डोभाल ने नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ सी वी रमन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान समय में विज्ञान के जीवन पर प्रभाव विषय परप्रकाश डाला।श्रेया भट्ट बीएससी फर्स्ट ईयर ने भी विज्ञान दिवस की उपयोगिता और विभिन्न आयोजनों की चर्चा की यहां इस अवसर पर हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ डीएन तिवारी।, डॉ डीपी सिंह, डॉक्टर संतोष वर्मा डॉक्टर पूनम पांडे डॉक्टर एम एस रावत,डॉ प्रभा विस्ट, डॉक्टर आर एस रावत एवं डॉ संतोष वर्मा,डा० अंजली वर्मा, डा० पूनम पाण्डे एवं मीडिया प्रभारी डा० एसके कुडियाल उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन डा० पल्लवी मिश्रा ने किया।
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