रुद्रप्रयाग :
भूपेंद्र भंडारी
जनपद में आदमखोर गुलदार का हमला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक दो महिलाओं समेत तीन व्यक्तियों को गुलदार ने अपना निवाला बना चुका है। कल पपड़ासु गांव की कौशल्या देवी घास लेने जंगल गई थी लेकिन वापस नहीं लौट पाई। ग्रामीणों ने जंगल में देर शाम तक खोजबीन भी की लेकिन महिला का कहीं कोई पता नहीं लग पाया। आज सुबह महिला का क्षतविक्षत शव जंगल से मिला।
जंगल घास लेने गई महिला जब देर शाम वापस नहीं लौटी और खोजबीन के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं मिला तो पहले से अंदेशा इस बात का जताया जा रहा था कि कई आदमखोर गुलदार ने तो महिला को निवाला नहीं बना लिया। आज सुबह जब पुनः महिला की ढूँढखोज की गई तो पहले घने जंगल में खून से सन्ने महिला के कपडे मिले़ और फिर कुछ दूर जाकर महिला का क्षतविक्षत अदखाया शव बरामद हुआ। घटना से परिजन शोक की लहर में डूब गए हैं जबकि इलाके में दहशत का महौल है।
आतंक का प्राय बने गुलदार ने अब तक तीन लोगों को अपना निवाला बना दिया है। भरदार के सतनी, बांसी और अब पपडासू में दो महिलाओं समेत तीन लोग आदमखोर का शिकार हो चुके हैं। बड़ी बात यह है कि यह नरभक्षी गुलदार जंगल में अपना शिकार कर रहा है।
अब तक के तीनों लोगों को जंगलों में ही अपना शिकार बना रखा है। तीन लोगों की जिंदगियों को असमय ही लील लेने वाले आदमखोर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने में जिला प्रशासन और वन विभाग की कार्यशैली कठघरे में है। पहले दो लोगों की जिंदगियों को समाप्त करने के बाद भी अब तक वन विभाग द्वारा आदमखोर गुलदार को मारने के लिए कोई कार्यावाही न करना यह दर्शाता है कि वन विभाग लोग जीवन को लेकर कितना संजीदा है। बहरहाल अब आने वाले दिनों एक और नरभक्षी गुलदार का शिकार न हो इसके लिए प्रशासन और वन विभाग को आदमखोर गुलदार के खात्मे के लिए गम्भीरता से कार्य करना होगा।
भूपेंद्र भंडारी
जनपद में आदमखोर गुलदार का हमला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक दो महिलाओं समेत तीन व्यक्तियों को गुलदार ने अपना निवाला बना चुका है। कल पपड़ासु गांव की कौशल्या देवी घास लेने जंगल गई थी लेकिन वापस नहीं लौट पाई। ग्रामीणों ने जंगल में देर शाम तक खोजबीन भी की लेकिन महिला का कहीं कोई पता नहीं लग पाया। आज सुबह महिला का क्षतविक्षत शव जंगल से मिला।
जंगल घास लेने गई महिला जब देर शाम वापस नहीं लौटी और खोजबीन के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं मिला तो पहले से अंदेशा इस बात का जताया जा रहा था कि कई आदमखोर गुलदार ने तो महिला को निवाला नहीं बना लिया। आज सुबह जब पुनः महिला की ढूँढखोज की गई तो पहले घने जंगल में खून से सन्ने महिला के कपडे मिले़ और फिर कुछ दूर जाकर महिला का क्षतविक्षत अदखाया शव बरामद हुआ। घटना से परिजन शोक की लहर में डूब गए हैं जबकि इलाके में दहशत का महौल है।
आतंक का प्राय बने गुलदार ने अब तक तीन लोगों को अपना निवाला बना दिया है। भरदार के सतनी, बांसी और अब पपडासू में दो महिलाओं समेत तीन लोग आदमखोर का शिकार हो चुके हैं। बड़ी बात यह है कि यह नरभक्षी गुलदार जंगल में अपना शिकार कर रहा है।
अब तक के तीनों लोगों को जंगलों में ही अपना शिकार बना रखा है। तीन लोगों की जिंदगियों को असमय ही लील लेने वाले आदमखोर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने में जिला प्रशासन और वन विभाग की कार्यशैली कठघरे में है। पहले दो लोगों की जिंदगियों को समाप्त करने के बाद भी अब तक वन विभाग द्वारा आदमखोर गुलदार को मारने के लिए कोई कार्यावाही न करना यह दर्शाता है कि वन विभाग लोग जीवन को लेकर कितना संजीदा है। बहरहाल अब आने वाले दिनों एक और नरभक्षी गुलदार का शिकार न हो इसके लिए प्रशासन और वन विभाग को आदमखोर गुलदार के खात्मे के लिए गम्भीरता से कार्य करना होगा।
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