उत्तराखंड के सिंचाई पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज जी के संकल्प से पहली बार उत्तराखंड के देवप्रयाग के रघुनाथ मंदिर से 28 नवंबर को चलकर लखनऊ होते हुए राम जी की बारात माँ सीता के धाम नेपाल के जनकपुर धाम के जानकी मंदिर में 30 नवंबर को पहुँची जिस दिन मटकी का भव्य कार्यक्रम था
1 दिसंबर को वह बारात अपराह्न 1 बजे से 3 बजे तक अयोध्या से आयी हुई विशाल बारात के साथ नगर परिक्रमा करते हुए जानकी मंदिर के प्रांगण में पहुँचीं जहां रात्रि 7 बजे से रामसीता विवाह के भव्य कार्यक्रम में प्रतिभाग लिया और 2 दिसंबर को दिन में राम कलेवा के साथ जनकपुरवासीयों ने पूरी आवभगत के साथ बारात को ससम्मान विदा किया
इस राम बारात का नेतृत्व संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद के उपाध्यक्ष घनानंद जी ने किया
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