सरकार ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली शुरू की, जो ईंधन और समय बचाने, प्रदूषण पर अंकुश लगाने और यातायात की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए फ़ास्ट टैग( FASTag ) के माध्यम से उपयोगकर्ता शुल्क के संग्रह की व्यवस्था करती है। फ़ास्ट टैग की मदद से, ड्राइवरों को कर चुकाने के लिए अपने वाहनों को टोल प्लाजा पर नहीं रोकना होगा।
टोल संग्रह के लिए फ़ास्ट टैग या प्रीपेड रिचार्जेबल टैग, जो स्वचालित भुगतान की अनुमति देते हैं, कल से सभी वाहनों के लिए अनिवार्य हो जाएंगे। यह सुविधा सुबह 8 बजे से लागू होगी।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सभी शुल्क प्लाज़ा को इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली से सुसज्जित किया है। शुल्क पट्टों में प्रत्येक पक्ष को छोड़कर सभी लेन को फास्टैग लेन घोषित किया जाएगा। एक फ़ास्ट टैग रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है ताकि एक चलते वाहन से सीधे टोल भुगतान को सक्षम किया जा सके। अगर कोई भी फ़ास्ट टैग के बिना इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन लेन में जाता है, तो उसे दोगुना शुल्क देना होगा।
एक टिप्पणी भेजें