हरिद्वार:
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वन मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशों एवं पर्यवेक्षण में ‘‘सप्तम आर्थिक गणना 2019’’ के तहत सभी पंजीकृत/गैर पंजीकृत उद्यमों की गणना का कार्य पूरे देश में कराया जा रहा है। इस संबंध में सचिव नियोजन उत्तराखण्ड के पत्र के क्रम में जनपद हरिद्वार में आर्थिक गणना का शुभारम्भ जिलाधिकारी हरिद्वार श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी द्वारा दिनांक 22 अक्टूबर 2019 को किया गया।
यह एक समयबद्ध कार्यक्रम है। जनपद में आर्थिक गणना का कार्य सी0एस0सी0 के माध्यम से नियुक्त ग्रामीण/नगरीय क्षेत्रों में 1077 प्रगणकांे तथा 262 पर्यवेक्षकों द्वारा सम्पादित किया जा रहा है, परन्तु कतिपय क्षेत्रों से शिकायते प्राप्त हो रही हैं कि कुछ लोगो द्वारा प्रगणक/पर्यवेक्षकों को गणना कार्यो से रोका जा रहा है तथा गणना कार्य मे बाधा उत्पन्न की जा रही है।
इस संबंध में जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त नगर निगम हरिद्वार/रूड़की, जिला विकास अधिकारी हरिद्वार, जिला पंचायतराज अधिकारी हरिद्वार, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र हरिद्वार तथा अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत जनपद हरिद्वार को निर्देशित किया है कि वह अपने क्षेत्रान्तर्गत आने वाले समस्त क्षेत्रीय अधिकारियों, पार्षदों, सभासदों, ग्राम प्रधानों के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस राष्ट्रीय महत्व के कार्य की उपयोगिता समझाते हुए स्थानीय स्तर पर कार्य करने वाले प्रगणक/पर्यवेक्षकों को सहयोग प्रदान करने हेतु समन्वय स्थापित करायंे जिससे जनपद में इस कार्य को बगैर किसी बाधा के सम्पादित किया जा सके तथा सप्तम आर्थिक गणना के माध्यम से जनपद में संचालित उद्यमों/आर्थिक क्रिया कलापों की वास्तविक तस्वीर सामने आ सकें।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वन मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशों एवं पर्यवेक्षण में ‘‘सप्तम आर्थिक गणना 2019’’ के तहत सभी पंजीकृत/गैर पंजीकृत उद्यमों की गणना का कार्य पूरे देश में कराया जा रहा है। इस संबंध में सचिव नियोजन उत्तराखण्ड के पत्र के क्रम में जनपद हरिद्वार में आर्थिक गणना का शुभारम्भ जिलाधिकारी हरिद्वार श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी द्वारा दिनांक 22 अक्टूबर 2019 को किया गया।
यह एक समयबद्ध कार्यक्रम है। जनपद में आर्थिक गणना का कार्य सी0एस0सी0 के माध्यम से नियुक्त ग्रामीण/नगरीय क्षेत्रों में 1077 प्रगणकांे तथा 262 पर्यवेक्षकों द्वारा सम्पादित किया जा रहा है, परन्तु कतिपय क्षेत्रों से शिकायते प्राप्त हो रही हैं कि कुछ लोगो द्वारा प्रगणक/पर्यवेक्षकों को गणना कार्यो से रोका जा रहा है तथा गणना कार्य मे बाधा उत्पन्न की जा रही है।
इस संबंध में जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त नगर निगम हरिद्वार/रूड़की, जिला विकास अधिकारी हरिद्वार, जिला पंचायतराज अधिकारी हरिद्वार, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र हरिद्वार तथा अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत जनपद हरिद्वार को निर्देशित किया है कि वह अपने क्षेत्रान्तर्गत आने वाले समस्त क्षेत्रीय अधिकारियों, पार्षदों, सभासदों, ग्राम प्रधानों के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस राष्ट्रीय महत्व के कार्य की उपयोगिता समझाते हुए स्थानीय स्तर पर कार्य करने वाले प्रगणक/पर्यवेक्षकों को सहयोग प्रदान करने हेतु समन्वय स्थापित करायंे जिससे जनपद में इस कार्य को बगैर किसी बाधा के सम्पादित किया जा सके तथा सप्तम आर्थिक गणना के माध्यम से जनपद में संचालित उद्यमों/आर्थिक क्रिया कलापों की वास्तविक तस्वीर सामने आ सकें।
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