अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत के विजिनरी प्लान कुमाऊं सुपर स्पेशलिटी क्लिनिक के तहत नेशनल मेडिकोस ऑर्गेनाइजेशन की संस्थान इकाई ने पहल करते हुए एक चिकित्सकीय दल ने कुमाऊं मंडल का भ्रमण किया और वहां उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। जिसके तहत हल्द्वानी में सुपर स्पेशलिटी स्वास्थ्य सुविधाओं पर आधारित शिविर का आयोजन किया गया,जिसमें 550 से अधिक मरीजों ने स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार कराया।
उधर, नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने एम्स ऋषिकेश द्वारा कुमाऊं मंडल में शुरू की गई सुपरस्पेशलिटी चिकित्सा सेवाओं के लिए संस्थान की प्रशंसा की है, उन्होंने कहा कि इससे आधुनिक चिकित्सा से वंचित क्षेत्र के मरीजों को लाभ मिलेगा। एम्स ऋषिकेश में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं के प्रचार प्रसार और इससे कुमाऊं मंडल की जनता को जागरुक करने के उद्देश्य से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत के निर्देश पर संस्थान के विभिन्न विभागों की चिकित्सकीय टीम ने डा. उदित चौहान एवं डा. विनोद (को-ऑर्डिनेटर) की अगुवाई में क्षेत्र का भ्रमण किया और मंडल में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। इस दौरान एम्स की ओर से हल्द्वानी स्थित केवीएम स्कूल हीरानगर में सुपर स्पेशलिटी कैंप आयोजित किया गया। जिसमें साढ़े पांच सौ से अधिक मरीजों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श दिया गया। शिविर में आए मरीजों को कैंसर रोग, जिरियाट्रिक मेडिसिन,नेत्र रोग, स्वांस रोग, हृदय रोग, स्त्रि रोग, रोडियोलॉजी, पैथोलॉजी आदि विभागों की ओर से सेवाएं उपलब्ध कराई गई। शिविर में आए मरीजों ने चिकित्सकीय टीम से एम्स द्वारा क्षेत्र में इस तरह के सुपर स्पेशलिटी चिकित्सा सेवा शिविर नियमिततौर पर आयोजित करने का आग्रह किया है। एनएमओ टीम ने इसकी रिपोर्ट एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत को सौंप दी है। जिस पर निदेशक स्तर से जल्द निर्णय लिया जाएगा, जिससे कुमाऊं क्षेत्रवासियों को सुपरस्पेशलिटी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा सकें। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि संस्थान में उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के मरीज भी उपचार के लिए आ रहे हैं, मगर ऐसे मरीजों की संख्या निहायत कम है। उन्होंने बताया कि इसकी वजह क्षेत्र के अधिकांश लोगों द्वारा एम्स ऋषिकेश में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं से नावाकिफ होना है, लिहाजा कुमाऊं रीजन के अधिकांश मरीज बरेली अथवा दिल्ली आदि स्थानों पर उपचार के लिए जाते हैं। एम्स निदेशक ने बताया कि कुमाऊं क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों का विस्तारीकरण नितांत जरुरी है, जिसके तहत क्षेत्र में व्याप्त बीमारियों के संर्वेक्षण के लिए एक टीम गठित की गई है। जिससे मरीजों की अधिकाधिक सहायता की जा सके। उधर, नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने एम्स ऋषिकेश द्वारा कुमाऊं मंडल में शुरू की गई सुपरस्पेशलिटी चिकित्सा सेवाओं के लिए संस्थान की प्रशंसा की है, उन्होंने कहा कि इससे आधुनिक चिकित्सा से वंचित क्षेत्र के मरीजों को लाभ मिलेगा। टीम का नेतृत्व करने वाले संस्थान के चिकित्सक डा. उदित चौहान व को-ऑर्डिनेटर डा. विनोद ने बताया कि शिविर के आयोजन में स्थानीय स्तर पर वत्सल फाउंडेशन की ओर से सहयोग किया गया। उन्होंने बताया कि निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत के स्तर से सुपरस्पेशलिटी क्लिनिक की स्वीकृति मिलने पर टीम कुमाऊं मंडल के विभिन्न इलाकों में नियमिततौर पर शिविरों का आयोजन करेगी, जिसके जरिए मरीजों को कैंसर, रेटीना सर्जरी, जोड़ प्रत्यारोपण, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी जैसी सुपरस्पेशलिटी सेवाएं दी जाएंगी। चिकित्सकीय टीम में डा. अनिरुद्ध, डा. मोहित तायल, डा. साक्षी गर्ग, डा. मीहिर, डा. तारिक अख्तर, डा. पूजा यादव, डा. नीरज, डा. शमा खान, डा. रविराज आदि शामिल थे।
उधर, नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने एम्स ऋषिकेश द्वारा कुमाऊं मंडल में शुरू की गई सुपरस्पेशलिटी चिकित्सा सेवाओं के लिए संस्थान की प्रशंसा की है, उन्होंने कहा कि इससे आधुनिक चिकित्सा से वंचित क्षेत्र के मरीजों को लाभ मिलेगा। एम्स ऋषिकेश में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं के प्रचार प्रसार और इससे कुमाऊं मंडल की जनता को जागरुक करने के उद्देश्य से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत के निर्देश पर संस्थान के विभिन्न विभागों की चिकित्सकीय टीम ने डा. उदित चौहान एवं डा. विनोद (को-ऑर्डिनेटर) की अगुवाई में क्षेत्र का भ्रमण किया और मंडल में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। इस दौरान एम्स की ओर से हल्द्वानी स्थित केवीएम स्कूल हीरानगर में सुपर स्पेशलिटी कैंप आयोजित किया गया। जिसमें साढ़े पांच सौ से अधिक मरीजों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श दिया गया। शिविर में आए मरीजों को कैंसर रोग, जिरियाट्रिक मेडिसिन,नेत्र रोग, स्वांस रोग, हृदय रोग, स्त्रि रोग, रोडियोलॉजी, पैथोलॉजी आदि विभागों की ओर से सेवाएं उपलब्ध कराई गई। शिविर में आए मरीजों ने चिकित्सकीय टीम से एम्स द्वारा क्षेत्र में इस तरह के सुपर स्पेशलिटी चिकित्सा सेवा शिविर नियमिततौर पर आयोजित करने का आग्रह किया है। एनएमओ टीम ने इसकी रिपोर्ट एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत को सौंप दी है। जिस पर निदेशक स्तर से जल्द निर्णय लिया जाएगा, जिससे कुमाऊं क्षेत्रवासियों को सुपरस्पेशलिटी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा सकें। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि संस्थान में उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के मरीज भी उपचार के लिए आ रहे हैं, मगर ऐसे मरीजों की संख्या निहायत कम है। उन्होंने बताया कि इसकी वजह क्षेत्र के अधिकांश लोगों द्वारा एम्स ऋषिकेश में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं से नावाकिफ होना है, लिहाजा कुमाऊं रीजन के अधिकांश मरीज बरेली अथवा दिल्ली आदि स्थानों पर उपचार के लिए जाते हैं। एम्स निदेशक ने बताया कि कुमाऊं क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों का विस्तारीकरण नितांत जरुरी है, जिसके तहत क्षेत्र में व्याप्त बीमारियों के संर्वेक्षण के लिए एक टीम गठित की गई है। जिससे मरीजों की अधिकाधिक सहायता की जा सके। उधर, नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने एम्स ऋषिकेश द्वारा कुमाऊं मंडल में शुरू की गई सुपरस्पेशलिटी चिकित्सा सेवाओं के लिए संस्थान की प्रशंसा की है, उन्होंने कहा कि इससे आधुनिक चिकित्सा से वंचित क्षेत्र के मरीजों को लाभ मिलेगा। टीम का नेतृत्व करने वाले संस्थान के चिकित्सक डा. उदित चौहान व को-ऑर्डिनेटर डा. विनोद ने बताया कि शिविर के आयोजन में स्थानीय स्तर पर वत्सल फाउंडेशन की ओर से सहयोग किया गया। उन्होंने बताया कि निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत के स्तर से सुपरस्पेशलिटी क्लिनिक की स्वीकृति मिलने पर टीम कुमाऊं मंडल के विभिन्न इलाकों में नियमिततौर पर शिविरों का आयोजन करेगी, जिसके जरिए मरीजों को कैंसर, रेटीना सर्जरी, जोड़ प्रत्यारोपण, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी जैसी सुपरस्पेशलिटी सेवाएं दी जाएंगी। चिकित्सकीय टीम में डा. अनिरुद्ध, डा. मोहित तायल, डा. साक्षी गर्ग, डा. मीहिर, डा. तारिक अख्तर, डा. पूजा यादव, डा. नीरज, डा. शमा खान, डा. रविराज आदि शामिल थे।
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