हरिद्वार:
मेलाधिकारी हरिद्वार महाकुम्भ , दीपक रावत को सुखद अहसास हुआ जब सुबह ही उन्होंने अपने घर के आंगन में एक साम्भर को देखा। सहमा सा खड़ा साम्भर शायद अपनी जान बचाने के लालच में घर में घुस आया. गंगा की धारा से सटे हुए मेलाधिकारी के घर में साम्भर का आ जाना आश्चर्यजनक नहीं है , आजकल हरिद्वार में जानवरों का आबादी की और रुख करना आम बात हो गयी है.
तुरंत ही श्री रावत ने वन विभाग और पुलिस विभाग को इसकी सूचना दी. जिस पर टीम मौके पर पंहुची परन्तु उससे पहले की सांभर पुनः जिस रास्ते आया था सम्भवतः उसी रास्ते गंगा में कूद गया। रेस्क्यू टीम ने तत्परता दिखते हुए उसे कुछ घंटे बाद पकड़ लिया और चिड़ियापुर रेंज में भेज दिया.
मेलाधिकारी ने वन और पुलिस विभाग द्वारा चलाये गए इस , संयुक्त ऑपरेशन की प्रशंसा की है. और भविष्य में कुम्भ के आयोजन से पूर्व इस प्रकार के मॉक ड्रिल कराये जाने की बात कही है.
मेलाधिकारी हरिद्वार महाकुम्भ , दीपक रावत को सुखद अहसास हुआ जब सुबह ही उन्होंने अपने घर के आंगन में एक साम्भर को देखा। सहमा सा खड़ा साम्भर शायद अपनी जान बचाने के लालच में घर में घुस आया. गंगा की धारा से सटे हुए मेलाधिकारी के घर में साम्भर का आ जाना आश्चर्यजनक नहीं है , आजकल हरिद्वार में जानवरों का आबादी की और रुख करना आम बात हो गयी है.
तुरंत ही श्री रावत ने वन विभाग और पुलिस विभाग को इसकी सूचना दी. जिस पर टीम मौके पर पंहुची परन्तु उससे पहले की सांभर पुनः जिस रास्ते आया था सम्भवतः उसी रास्ते गंगा में कूद गया। रेस्क्यू टीम ने तत्परता दिखते हुए उसे कुछ घंटे बाद पकड़ लिया और चिड़ियापुर रेंज में भेज दिया.
मेलाधिकारी ने वन और पुलिस विभाग द्वारा चलाये गए इस , संयुक्त ऑपरेशन की प्रशंसा की है. और भविष्य में कुम्भ के आयोजन से पूर्व इस प्रकार के मॉक ड्रिल कराये जाने की बात कही है.
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