ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
टिहरी बांध विस्थापित पुनर्वास समिति का एक शिष्ट मण्डल ने सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात कर विस्थापित पुनर्वास प्रभावितों की समस्याओं के समाधान की मांग की।
टिहरी बांध विस्थापितों, प्रभावितों व पुर्नवासितों की पुर्नवास , पुर्नस्थापना एवं प्रतिकर व प्रतिपूर्ति भुगतान आदि से संबंधित विभिन्न समस्याओं के निदान के लिए टिहरी बांध प्रभावित, पुर्नवासित जन संयुक्त संघर्ष समिति के संरक्षक प्रेमदत्त जुयाल व अध्यक्ष दिनेश डोभाल की अगुवाई में एक शिष्टमंडल ने राज्य के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात कर उन्हें अवगत कराया कि टिहरी बांध परियोजना जलाशय में जल भराव होने से समीपवर्ती भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र के निवासी भयभीत हैं । उनके पुनर्वास के लिए अभी तक भूमि की व्यवस्था नहीं की गई है । टिहरी बांध डूब क्षेत्र में शामिल व जलमग्न हो चुके दर्जनों गांवों के सैकड़ों परिवारों को जिन्हें पुर्नवास स्थल पशुलोक में उन्नीस वर्ष पूर्व पुर्नवासित किया गया था ।उन्हें आंवटित भूमि पर भूमिधरी अधिकार व राजस्व ग्राम का दर्जा नहीं मिलने से पुर्नवासितों को अनेक कठिनाइयों के साथ ही विकास योजनाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है । पुर्नवास स्थलो की विभिन्न सामुदायिक सुविधाओं के तत्वरित निस्तारण हेतु शासन स्तर से गठित दिनकर समिति की रिपोर्ट में की गई संस्तुतियों पर नौ वर्ष बाद भी कार्यवाही पूरी नहीं हो पायी है । इसके अलावा हनुमन्ता राव कमेटी के द्वारा पुर्नवासितों को पेयजल की निःशुल्क सुविधा व रियायती दर विजली की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पायी है । टिहरी बांध परियोजना की समन्वय समिति की तीन महीने में निर्धारित वैठक साल भर से नहीं हो पाती है । सिंचाई मंत्री ने संघर्ष समिति के मांग पत्र पर आवश्यक कार्यवाही व पुनर्वास स्थल पशुलोक एवं पथरी को राजस्व ग्राम वनाये जाने के लिए सिंचाई विभाग से प्रभावी पैरवी कराये जाने हेतु सचिव सिंचाई व टिहरी बांध परियोजना की समन्वय उपसमिति की वैठक आहूत करने के आयुक्त गढ़वाल मंडल को दिये निर्देश । शिष्टमंडल में प्रताप सिंह राणा, हरी सिंह भण्डारी, विजय विष्ट, विजयपाल, कमलेश डोभाल आदि मौजूद रहे ।
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