रूद्रप्रयाग:
जल विरादरी संगठन द्वारा गंगा की धराओं को अविरल बहने और उसे निर्मल बनाने के लिए गंगा अविरल संदेश यात्रा का शुभारम्भ 22 मई को बद्रीनाथ माणा गांव से किया जा रहा है।
इसके तहत गंगा को अविरल बनाने का संकल्प लेकर यात्रा गंगा किनारे बसे शहर रूद्रप्रयाग, श्रीनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार में लोगों को गंगा को बचाने के लिए जागरूक करेंगी। संगठन की प्रदेश संयोजन बीना चैधरी का कहना है कि आज पहाड़ों में बड़े-बडे बाँधों के कारण कई गांव उजड़ गए हैं।
जबकि गंगा को निर्मल बनाने के सरकारी दावे भी खोखले साबित हो रहे हैं। गंगा अपने उद्गम स्थान से ही मैली हो रही है, जिस कारण गंगा के अस्तित्व पर ही संकट पैदा हो गया है। उन्होंने रूद्रप्रयाग में झबरेडा हरिद्वार के विद्यायक देशराज कर्णवाल के माध्यम से सरकार को गंगा बचाने के लिए ज्ञापन भी प्रेषित किया।
जल विरादरी संगठन द्वारा गंगा की धराओं को अविरल बहने और उसे निर्मल बनाने के लिए गंगा अविरल संदेश यात्रा का शुभारम्भ 22 मई को बद्रीनाथ माणा गांव से किया जा रहा है।
इसके तहत गंगा को अविरल बनाने का संकल्प लेकर यात्रा गंगा किनारे बसे शहर रूद्रप्रयाग, श्रीनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार में लोगों को गंगा को बचाने के लिए जागरूक करेंगी। संगठन की प्रदेश संयोजन बीना चैधरी का कहना है कि आज पहाड़ों में बड़े-बडे बाँधों के कारण कई गांव उजड़ गए हैं।
जबकि गंगा को निर्मल बनाने के सरकारी दावे भी खोखले साबित हो रहे हैं। गंगा अपने उद्गम स्थान से ही मैली हो रही है, जिस कारण गंगा के अस्तित्व पर ही संकट पैदा हो गया है। उन्होंने रूद्रप्रयाग में झबरेडा हरिद्वार के विद्यायक देशराज कर्णवाल के माध्यम से सरकार को गंगा बचाने के लिए ज्ञापन भी प्रेषित किया।
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