अल्मोड़ा:
राज्य में चौथी बार आयोजित हो रही अल्टीमेट हिमालयन माउंटेन बाइकिंग चैलेंज प्रतियोगिता के दूसरे दिन साइकिल सवारों के दल को साइकिल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ओंकार सिंह, महाप्रबंधक पर्यटन, अशोक जोशी तथा नैनीताल के जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविंद गौड़ ने नैनीताल के गोविंद बल्लभ पंत पार्क से फ्लैग ऑफ किया.
देश विदेश के 87 प्रतिभागियों ने मुख्य चरण के पहले दिन साइकिल सवारों ने नैनीताल से खुटानी, पदमपुरी मार्ग से होते हुए अल्मोड़ा तक लगभग 83 किलोमीटर की दूरी तय की. पुरुष वर्ग में ईरान के परवेज मर्दीना और महिलाओं में जर्मनी की सारा एप्पेल्ट सर्वश्रेष्ठ राइडर रहे.
यह साइकिल रेस कुमाऊं तथा गढ़वाल के 564 किलोमीटर लंबे पहाड़ी मार्ग से होते हुए 25 अप्रैल को मसूरी में समाप्त होगी.
अंतरराष्ट्रीय श्रेणी में पुरुष वर्ग में ईरान के परवेज मर्दीना फिनिशिंग लाइन को छूने वाले पहले राइडर बने. दूसरे स्थान के लिए थाईलैंड के परिवाक तंलेट और इंडोनेशिया के रफीक मोहम्मद फारसी के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा रही जबकि महिला वर्ग में जर्मनी की सारा एप्पेल्ट अव्वल रहीं.परवेज ने रेस पूरी करने में 03 घंटे 16 मिनट 45 सेकंड का समय लिया. भारतीय पुरुषों में हिमाचल प्रदेश के देवेंद्र कुमार ने 03 घंटे 26 मिनिट 23 सेकंड का समय निकालकर पहला स्थान प्राप्त किया. भारतीय महिलाओं में उत्तराखंड की पूनम राणा सर्वश्रेष्ठ रही. राज्य में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस बार उत्तराखंड के प्रथम तीन विजेताओं को भी पुरस्कृत करने की योजना है. उत्तराखंड के रजत पांडे ने 3 घंटे 37 मिनट 34 सेकंड का समय निकालकर उत्तराखंड वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया.

सुबह लगभग 7:30 बजे जांबाज साइकिल सवारों का उल्लास से भरा दल नैनीताल के प्रसिद्ध पंत पार्क में एकत्रित हुआ. यहां से प्रतिभागियों का दल भवाली, खुटानी, पदमपुरी, पोखराड़ डायवर्जन, कसियालेख, ओड़ाखान, सतखोल और क्वारब होते हुए अल्मोड़ा के मॉल रोड स्थित जिला पर्यटन विकास कार्यालय के सामने बने फिनिशिंग पॉइंट पर पहुंचा, जहां जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे के नेतृत्व में पर्यटन विभाग की टीम द्वारा गर्मजोशी से उनका स्वागत किया गया.
लगभग 83 किलोमीटर लंबे साइकिलिंग रूट पर पर्यटन विभाग द्वारा प्रतिभागियों के लिए जगह जगह रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था की गई थी. जिला प्रशासन तथा पुलिस विभाग द्वारा सभी डायवर्जन स्थलों और संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात किए गए. जिनके द्वारा प्रतिभागियों को निर्देशित करने के साथ-साथ आवश्यकतानुसार विपरीत दिशा से आने वाले ट्रैफिक को नियंत्रित किया गया.
माउंटेन बाइकिंग रेस का संचालन साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा किया जा रहा है. प्रतिस्पर्धियों के साथ सी.एफ.आई. के तकनीकी विशेषज्ञों तथा प्रशिक्षकों की टीम पूरे मार्ग पर मौजूद रही, जिनके द्वारा प्रतिभागियों को आवश्यक तकनीकी सहयोग प्रदान किया गया. पर्यटन कार्यालय अल्मोड़ा के पास स्थापित किए गए फिनिशिंग पॉइंट पर सबसे पहले पहुंचने के लिए साइकिल सवारों के बीच पूरे रास्ते होड़ लगी रही. किसी प्रकार की आकस्मिकता से निपटने के लिए राइडर्स के साथ चिकित्सा विभाग द्वारा एंबुलेंस की व्यवस्था की गई थी.
सांध्य कालीन सत्र में प्रतिभागियों के मनोरंजन के लिए पंडित उदय शंकर नाट्य अकादमी में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया. राज्य का प्रसिद्ध छोलिया नृत्य प्रतिभागियों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र बना इसके अतिरिक्त जौनसारी नृत्य तथा झोड़ा नृत्य का भी आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी नितिन भदोरिया ने देश विदेश से पधारे साहसिक प्रतिभागियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यह आयोजन जहां एक ओर उत्तराखंड राज्य को एडवेंचर टूरिज्म के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करेंगे वहीं देश विदेश से आने वाले प्रतिभागियों के माध्यम से राज्य की लोक संस्कृति का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा. जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे ने आयोजन को सफल बनाने तथा हर प्रकार के सहयोग के लिए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, कुमाऊं मंडल विकास निगम तथा अन्य स्थानीय स्वयं सेवकों को धन्यवाद ज्ञापित किया.
राज्य में चौथी बार आयोजित हो रही अल्टीमेट हिमालयन माउंटेन बाइकिंग चैलेंज प्रतियोगिता के दूसरे दिन साइकिल सवारों के दल को साइकिल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ओंकार सिंह, महाप्रबंधक पर्यटन, अशोक जोशी तथा नैनीताल के जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविंद गौड़ ने नैनीताल के गोविंद बल्लभ पंत पार्क से फ्लैग ऑफ किया.
देश विदेश के 87 प्रतिभागियों ने मुख्य चरण के पहले दिन साइकिल सवारों ने नैनीताल से खुटानी, पदमपुरी मार्ग से होते हुए अल्मोड़ा तक लगभग 83 किलोमीटर की दूरी तय की. पुरुष वर्ग में ईरान के परवेज मर्दीना और महिलाओं में जर्मनी की सारा एप्पेल्ट सर्वश्रेष्ठ राइडर रहे.
यह साइकिल रेस कुमाऊं तथा गढ़वाल के 564 किलोमीटर लंबे पहाड़ी मार्ग से होते हुए 25 अप्रैल को मसूरी में समाप्त होगी.
अंतरराष्ट्रीय श्रेणी में पुरुष वर्ग में ईरान के परवेज मर्दीना फिनिशिंग लाइन को छूने वाले पहले राइडर बने. दूसरे स्थान के लिए थाईलैंड के परिवाक तंलेट और इंडोनेशिया के रफीक मोहम्मद फारसी के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा रही जबकि महिला वर्ग में जर्मनी की सारा एप्पेल्ट अव्वल रहीं.परवेज ने रेस पूरी करने में 03 घंटे 16 मिनट 45 सेकंड का समय लिया. भारतीय पुरुषों में हिमाचल प्रदेश के देवेंद्र कुमार ने 03 घंटे 26 मिनिट 23 सेकंड का समय निकालकर पहला स्थान प्राप्त किया. भारतीय महिलाओं में उत्तराखंड की पूनम राणा सर्वश्रेष्ठ रही. राज्य में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस बार उत्तराखंड के प्रथम तीन विजेताओं को भी पुरस्कृत करने की योजना है. उत्तराखंड के रजत पांडे ने 3 घंटे 37 मिनट 34 सेकंड का समय निकालकर उत्तराखंड वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया.

सुबह लगभग 7:30 बजे जांबाज साइकिल सवारों का उल्लास से भरा दल नैनीताल के प्रसिद्ध पंत पार्क में एकत्रित हुआ. यहां से प्रतिभागियों का दल भवाली, खुटानी, पदमपुरी, पोखराड़ डायवर्जन, कसियालेख, ओड़ाखान, सतखोल और क्वारब होते हुए अल्मोड़ा के मॉल रोड स्थित जिला पर्यटन विकास कार्यालय के सामने बने फिनिशिंग पॉइंट पर पहुंचा, जहां जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे के नेतृत्व में पर्यटन विभाग की टीम द्वारा गर्मजोशी से उनका स्वागत किया गया.
लगभग 83 किलोमीटर लंबे साइकिलिंग रूट पर पर्यटन विभाग द्वारा प्रतिभागियों के लिए जगह जगह रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था की गई थी. जिला प्रशासन तथा पुलिस विभाग द्वारा सभी डायवर्जन स्थलों और संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात किए गए. जिनके द्वारा प्रतिभागियों को निर्देशित करने के साथ-साथ आवश्यकतानुसार विपरीत दिशा से आने वाले ट्रैफिक को नियंत्रित किया गया.
माउंटेन बाइकिंग रेस का संचालन साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा किया जा रहा है. प्रतिस्पर्धियों के साथ सी.एफ.आई. के तकनीकी विशेषज्ञों तथा प्रशिक्षकों की टीम पूरे मार्ग पर मौजूद रही, जिनके द्वारा प्रतिभागियों को आवश्यक तकनीकी सहयोग प्रदान किया गया. पर्यटन कार्यालय अल्मोड़ा के पास स्थापित किए गए फिनिशिंग पॉइंट पर सबसे पहले पहुंचने के लिए साइकिल सवारों के बीच पूरे रास्ते होड़ लगी रही. किसी प्रकार की आकस्मिकता से निपटने के लिए राइडर्स के साथ चिकित्सा विभाग द्वारा एंबुलेंस की व्यवस्था की गई थी.
सांध्य कालीन सत्र में प्रतिभागियों के मनोरंजन के लिए पंडित उदय शंकर नाट्य अकादमी में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया. राज्य का प्रसिद्ध छोलिया नृत्य प्रतिभागियों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र बना इसके अतिरिक्त जौनसारी नृत्य तथा झोड़ा नृत्य का भी आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी नितिन भदोरिया ने देश विदेश से पधारे साहसिक प्रतिभागियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यह आयोजन जहां एक ओर उत्तराखंड राज्य को एडवेंचर टूरिज्म के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करेंगे वहीं देश विदेश से आने वाले प्रतिभागियों के माध्यम से राज्य की लोक संस्कृति का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा. जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे ने आयोजन को सफल बनाने तथा हर प्रकार के सहयोग के लिए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, कुमाऊं मंडल विकास निगम तथा अन्य स्थानीय स्वयं सेवकों को धन्यवाद ज्ञापित किया.
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