एम्स से निष्कासित कर्मचारियों की बहाली के लिए महापौर हुई मुखर स्थानीय नागरिकों के हको के लिए आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
एम्स प्रशासन की हठधर्मिता अब बर्दाश्त से बाहर है जो अधिकारी स्थानीय नागरिकों का रोजगार छीन रहे हैं। जल्दी उनको राज्य की सीमा से बाहर किया जाएगा पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री वर्तमान में विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज द्वारा घोषणा की गई थी की स्थानीय लोगों को रोजगार में 70% का लाभ दिया जाएगा घोषणाओं को अमल में लाने का काम अधिकारियों का होता है ।
स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद द्वारा भी इसी तरह की घोषणा की गई थी एम्स प्रशासन घोषणा पर भी सवाल खड़े कर रहा है एवं गैर जिम्मेदाराना बयान बाजी कर रहा है। राग और द्वेष की भावना को पनपाने के बजाय एम्स प्रशासन को घोषणा के अनुरूप स्थानीय लोगों को उसका लाभ देना चाहिए मौके पर ही महापौर अनीता महंगाई ने आगामी 22 तारीख को सर्वदलीय बैठक का आह्वान किया ।
जिसमें शहर की संभावित जनता राजनीतिक गैर राजनीतिक दल के सभी लोगों से अपील की गई है कि वह बैठक में आए एवं स्थानीय लोगों को उनका हक दिलाने में मदद करें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाना सब की प्राथमिकता होनी चाहिए ।घोषणा के अनुरूप 70% लाभ स्थानीय लोगों को मिलना ही चाहिए अन्य प्रदेशों के एम्स में भी रोजगार के प्रति स्थानीय लोगों के लिए 70% की स्पष्ट नियमावली है आज एम्स प्रशासन की तानाशाही इस कदर हावी हो रखी है की संस्थान में काम करना तो दूर एक चाय की ठेली तक नहीं लगा सकते एम्स प्रशासन अपने चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने का काम कर रहा है।
अधिकारियों के खासमखास लोगों को कार्य आवंटन किए जा रहे हैं नगर निगम के पार्षद भी कर्मचारियों के साथ है।एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि यह लड़ाई स्थानीय लोगों को बेरोजगार कर रही एम्स निदेशक के तानाशाही रवैया के खिलाफ है सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर नगर निगम महापौर का साथ देना चाहिए एवं 22 तारीख की बैठक में भाग लेना चाहिए स्थानीय नागरिकों को किसी भी हद तक जा कर उनका हक दिलाया जाएगा।
पूर्व में की गई स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद जी की घोषणा को अमल में लाने का काम अधिकारियों का है और एम्स के अधिकारी अपने खासम खास लोगों को तवज्जो दे रहे हैं कांग्रेस पार्टी निष्कासित कर्मचारियों के साथ रीड की तरह खड़ी है और उनको इंसाफ दिला कर रहेगी।
आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी किसी भी हद तक जा कर कर्मचारियों को उनका हक दिलाकर रहेंगे और स्थानीय लोगों को 70% रोजगार देने की पुरजोर वकालत करेंगे एम्स निदेशक की तानाशाही को आंदोलनकारी अब बर्दाश्त नहीं करेंगे ।अरविंद हटवाल का कहना है कि एम्स निदेशक हमारे सब्र की परीक्षा ना लें हम बहुत नरम पहाड़ी हैं। हमारी अस्मिता पर सवाल खड़े करने वालों को हमने पहले भी आईना दिखाया है और वक्त आने पर दिखा देंगे कि उत्तराखंड के लोग के अधिकार छीनने वालों को किस प्रकार से राज्य की सीमा से बाहर किया जाता है ।
एम्स प्रशासन गलत बयान बाजी कर आंदोलन को उग्र उम्र करने का काम करवा रहा है।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ संरक्षक सलाहकार नवीन शर्मा का कहना है कि एम्स प्रशासन को जल्द से जल्द रोजगार के प्रति उत्तराखंड के नागरिकों के लिए स्पष्ट नियमावली बनानी चाहिए अभी तक की एम्स प्रशासन का रवैया अनेकों सवालों को जन्म देता है। जिसकी जांच भी जरूरी है, एवं कर्मचारियों को बहाल किया जाना नितांत आवश्यक है उन्होंने अपना जीवन का स्वर्णिम समय एम्स की सेवा में समर्पित किए हैं ।
एम्स प्रशासन को इन के साथ सौतेला व्यवहार नहीं करना चाहिए बेरोजगार संघ ऋषिकेश नगर निगम महापौर के साथ है एवम आगमी 22 तारीख की बैठक में प्रतिभाग करेगा बेरोजगार संघ राज्य के युवाओं को अवसर दिलाने की पुरजोर वकालत एवम संघर्ष करता है । आंदोलनकारी महामंत्री डी एस गुसाईं का कहना है कि आंदोलनकारी किसी भी हद तक जा कर कर्मचारियों को न्याय दिलाएंगे एवं पूर्व में की गई घोषणा के अनुरूप 70% का लाभ स्थानीय लोगों को दिला कर रहेंगे आंदोलनकारी मंच के सलाहकार विक्रम भंडारी का कहना है की राज्य आंदोलनकारी रीड की तरह कर्मचारियों के साथ खड़े हैं किसी भी तरह से यदि कर्मचारियों को किसी भी स्तर पर प्रताड़ित या परेशान किया गया तो क्या आंदोलन उग्र रुप लेगा।
समाजसेवी मोनिका वर्मा का कहना है कि समाज के सभी समर्पित लोगों को एकजुट होकर रोजगार के लिए आवाज बुलंद करनी चाहिए और निष्कासित कर्मचारियों को न्याय दिलाना चाहिए आज यह घटना इनके साथ घटित घटित हुई है कल एम्स प्रशासन का तानाशाही रवैया से कोई भी पीड़ित हो सकता है।
आमरण अनशन पर सोनिया चंद का कहना है की यदि जल्द से जल्द वाली नहीं हुई तो यह आंदोलन सड़कों पर उग्र रुप लेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी एमसी निदेशक की होगीअध्यक्ष मोर्चा अध्यक्ष दीपक रयाल ने सर्वप्रथम ऋषिकेश नगर निगम महापौर एवं 40 पार्षदों का धन्यवाद किया एवं कहां की शहर के सभी राजनीतिक गैर राजनीतिक लोगों का हमें समर्थन मिल रहा है और जल्दी ही हम सब लोगों की बहाली होगी ।
ऋषिकेश के एवं राज्यों के कोने कोने से आने वाले सभी गणमान्य व्यक्तियों का दीपक रयाल द्वारा हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
समर्थन देने वालो में ऋषिकेश महापौर अनीता ममगाई एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला पार्षद राकेश सिंह अजीत सिंह विजय बडोनी भगवान सिंह पवार सुरेंद्र मोगा गुरविंदर सिंह जगत सिंह नेगी श्रीमती सरोज देवी राजेश शर्मा अरविंद हटवाल बेरोजगार संघ सलाहकार नवीन शर्मा आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा प्रदेश महामंत्री डी गुसाईं विक्रम सिंह भंडारी युद्धवीर सिंह चौहान करम चंद्र गोसाईं समाजसेवी मनीषा वर्मा आंदोलनकारी कमला नेगी कुसुम जोशी प्रदेश अध्यक्ष अटल सेना शैलू पंत रेखा रावत मनीषा आकाश दया राम रमा रणजीत मशीन दीपक डबराल पूनम पंकज सिंह चौहान ममता रानी पूजा पटेल साधना नौटियाल अमित बडोनी कंचन कुमारी विकास रावत कुमार रजक रमन कुसुम लता अशोक कुमार नागेंद्र जी का मंदिर मोनिका शर्मा रूपा भावना प्रतिभा सरिता सती गीताराम उनियाल शांति दयाल खुशबू रावत अनिता भंडारी सर्वेश्वरी आशुतोष डंगवाल दीपक गोसाई अमित बलूनी गोवर्धन कॉलोनी दिलीप चौहान ललित कुमार।
एम्स प्रशासन की हठधर्मिता अब बर्दाश्त से बाहर है जो अधिकारी स्थानीय नागरिकों का रोजगार छीन रहे हैं। जल्दी उनको राज्य की सीमा से बाहर किया जाएगा पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री वर्तमान में विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज द्वारा घोषणा की गई थी की स्थानीय लोगों को रोजगार में 70% का लाभ दिया जाएगा घोषणाओं को अमल में लाने का काम अधिकारियों का होता है ।
स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद द्वारा भी इसी तरह की घोषणा की गई थी एम्स प्रशासन घोषणा पर भी सवाल खड़े कर रहा है एवं गैर जिम्मेदाराना बयान बाजी कर रहा है। राग और द्वेष की भावना को पनपाने के बजाय एम्स प्रशासन को घोषणा के अनुरूप स्थानीय लोगों को उसका लाभ देना चाहिए मौके पर ही महापौर अनीता महंगाई ने आगामी 22 तारीख को सर्वदलीय बैठक का आह्वान किया ।
जिसमें शहर की संभावित जनता राजनीतिक गैर राजनीतिक दल के सभी लोगों से अपील की गई है कि वह बैठक में आए एवं स्थानीय लोगों को उनका हक दिलाने में मदद करें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाना सब की प्राथमिकता होनी चाहिए ।घोषणा के अनुरूप 70% लाभ स्थानीय लोगों को मिलना ही चाहिए अन्य प्रदेशों के एम्स में भी रोजगार के प्रति स्थानीय लोगों के लिए 70% की स्पष्ट नियमावली है आज एम्स प्रशासन की तानाशाही इस कदर हावी हो रखी है की संस्थान में काम करना तो दूर एक चाय की ठेली तक नहीं लगा सकते एम्स प्रशासन अपने चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने का काम कर रहा है।
अधिकारियों के खासमखास लोगों को कार्य आवंटन किए जा रहे हैं नगर निगम के पार्षद भी कर्मचारियों के साथ है।एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि यह लड़ाई स्थानीय लोगों को बेरोजगार कर रही एम्स निदेशक के तानाशाही रवैया के खिलाफ है सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर नगर निगम महापौर का साथ देना चाहिए एवं 22 तारीख की बैठक में भाग लेना चाहिए स्थानीय नागरिकों को किसी भी हद तक जा कर उनका हक दिलाया जाएगा।
पूर्व में की गई स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद जी की घोषणा को अमल में लाने का काम अधिकारियों का है और एम्स के अधिकारी अपने खासम खास लोगों को तवज्जो दे रहे हैं कांग्रेस पार्टी निष्कासित कर्मचारियों के साथ रीड की तरह खड़ी है और उनको इंसाफ दिला कर रहेगी।
आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी किसी भी हद तक जा कर कर्मचारियों को उनका हक दिलाकर रहेंगे और स्थानीय लोगों को 70% रोजगार देने की पुरजोर वकालत करेंगे एम्स निदेशक की तानाशाही को आंदोलनकारी अब बर्दाश्त नहीं करेंगे ।अरविंद हटवाल का कहना है कि एम्स निदेशक हमारे सब्र की परीक्षा ना लें हम बहुत नरम पहाड़ी हैं। हमारी अस्मिता पर सवाल खड़े करने वालों को हमने पहले भी आईना दिखाया है और वक्त आने पर दिखा देंगे कि उत्तराखंड के लोग के अधिकार छीनने वालों को किस प्रकार से राज्य की सीमा से बाहर किया जाता है ।
एम्स प्रशासन गलत बयान बाजी कर आंदोलन को उग्र उम्र करने का काम करवा रहा है।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ संरक्षक सलाहकार नवीन शर्मा का कहना है कि एम्स प्रशासन को जल्द से जल्द रोजगार के प्रति उत्तराखंड के नागरिकों के लिए स्पष्ट नियमावली बनानी चाहिए अभी तक की एम्स प्रशासन का रवैया अनेकों सवालों को जन्म देता है। जिसकी जांच भी जरूरी है, एवं कर्मचारियों को बहाल किया जाना नितांत आवश्यक है उन्होंने अपना जीवन का स्वर्णिम समय एम्स की सेवा में समर्पित किए हैं ।
एम्स प्रशासन को इन के साथ सौतेला व्यवहार नहीं करना चाहिए बेरोजगार संघ ऋषिकेश नगर निगम महापौर के साथ है एवम आगमी 22 तारीख की बैठक में प्रतिभाग करेगा बेरोजगार संघ राज्य के युवाओं को अवसर दिलाने की पुरजोर वकालत एवम संघर्ष करता है । आंदोलनकारी महामंत्री डी एस गुसाईं का कहना है कि आंदोलनकारी किसी भी हद तक जा कर कर्मचारियों को न्याय दिलाएंगे एवं पूर्व में की गई घोषणा के अनुरूप 70% का लाभ स्थानीय लोगों को दिला कर रहेंगे आंदोलनकारी मंच के सलाहकार विक्रम भंडारी का कहना है की राज्य आंदोलनकारी रीड की तरह कर्मचारियों के साथ खड़े हैं किसी भी तरह से यदि कर्मचारियों को किसी भी स्तर पर प्रताड़ित या परेशान किया गया तो क्या आंदोलन उग्र रुप लेगा।
समाजसेवी मोनिका वर्मा का कहना है कि समाज के सभी समर्पित लोगों को एकजुट होकर रोजगार के लिए आवाज बुलंद करनी चाहिए और निष्कासित कर्मचारियों को न्याय दिलाना चाहिए आज यह घटना इनके साथ घटित घटित हुई है कल एम्स प्रशासन का तानाशाही रवैया से कोई भी पीड़ित हो सकता है।
आमरण अनशन पर सोनिया चंद का कहना है की यदि जल्द से जल्द वाली नहीं हुई तो यह आंदोलन सड़कों पर उग्र रुप लेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी एमसी निदेशक की होगीअध्यक्ष मोर्चा अध्यक्ष दीपक रयाल ने सर्वप्रथम ऋषिकेश नगर निगम महापौर एवं 40 पार्षदों का धन्यवाद किया एवं कहां की शहर के सभी राजनीतिक गैर राजनीतिक लोगों का हमें समर्थन मिल रहा है और जल्दी ही हम सब लोगों की बहाली होगी ।
ऋषिकेश के एवं राज्यों के कोने कोने से आने वाले सभी गणमान्य व्यक्तियों का दीपक रयाल द्वारा हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
समर्थन देने वालो में ऋषिकेश महापौर अनीता ममगाई एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला पार्षद राकेश सिंह अजीत सिंह विजय बडोनी भगवान सिंह पवार सुरेंद्र मोगा गुरविंदर सिंह जगत सिंह नेगी श्रीमती सरोज देवी राजेश शर्मा अरविंद हटवाल बेरोजगार संघ सलाहकार नवीन शर्मा आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा प्रदेश महामंत्री डी गुसाईं विक्रम सिंह भंडारी युद्धवीर सिंह चौहान करम चंद्र गोसाईं समाजसेवी मनीषा वर्मा आंदोलनकारी कमला नेगी कुसुम जोशी प्रदेश अध्यक्ष अटल सेना शैलू पंत रेखा रावत मनीषा आकाश दया राम रमा रणजीत मशीन दीपक डबराल पूनम पंकज सिंह चौहान ममता रानी पूजा पटेल साधना नौटियाल अमित बडोनी कंचन कुमारी विकास रावत कुमार रजक रमन कुसुम लता अशोक कुमार नागेंद्र जी का मंदिर मोनिका शर्मा रूपा भावना प्रतिभा सरिता सती गीताराम उनियाल शांति दयाल खुशबू रावत अनिता भंडारी सर्वेश्वरी आशुतोष डंगवाल दीपक गोसाई अमित बलूनी गोवर्धन कॉलोनी दिलीप चौहान ललित कुमार।
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