बुधवार दोपहर को सोबत सिंह को एक सूचना मिली।जिसमें लिखा था कि जौली ग्रांट स्थित हॉस्पिटल में एक 16 वर्षीय बालक मोहम्मद अनीश को B+ ब्लड की आवश्यकता है।इस सूचना को सोबत सिंह ने मध्य नजर रखते हुए मसूरी से देहरादून की ओर निकल पड़े ठीक 12 बजे हॉस्पिटल पहुंचे और मरीज के तमीरदारो से मिले।
जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे मोहब्बद अनीश को सोबत सिंह ने 250ग्राम खून देकर जान बचाई इसी बीच सोबत सिंह चर्चा का विषय बना हुआ है आपको बता दें मोहब्बद अनीस अपने माता पिता का एकलौता पुत्र है।
मोहब्बत अनीस पुत्र आहसनअली ग्राम डाकी पोस्ट ऑफिस सहसपुर जिला देहरादून का निवासी है जिसका इलाज की जौली ग्रांट में आयुष्मान कार्ड के तहत हो रहा था।
दिलीप कुमार
एक टिप्पणी भेजें