आपकी बात सुनने न कोई राहुल आएंगे और न कोई मोदी सोच समझकर चुने अपना सासंद
उत्तराखंड में लोकसभा की पाँच सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होना है।जिस पर मतदाओ मे चुनाव को लेकर जबरदस्त उत्साह है। जिसमें पहली बार मतदान कर रहे युवा वोटरों में खासा उत्साह देखा जा रहा है । लेकिन इन सब के बीच बड़ा सवाल ये है कि देश के लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए अपना बेहद कीमती वोट दिया किसे जये?
पिछले कुछ वर्षों में चुनावी प्रक्रिया और चुनाव लड़ने के तौर तरीकों में खासा बदलाव नज़र आया है। सोशल मीडिया भी अब चुनावों में बड़ी भूमिका निभा रहा है। राष्ट्रीय मसलों पर नेताओं के बयान और टीवी चैनलों में डीबेट भी चुनाव में मानस निर्माण का काम कर रही है। ऐसे में कई बार आम मतदाता अपने सांसद के चुनाव के दौरान अनिर्णय की स्थिति में आ जाता है।
लोकसभा का चुनाव आमतौर पर देश की सरकार के चुनाव के तौर पर देखा जाता है लेकिन आपका चुना हुआ सांसद आपके इलाके के विकास के लिए आपके और केंद्र सरकार के बीच सेतु का काम करता है। कोई भी सांसद अच्छा तभी हो पाता है जब उसे अपने इलाके के स्थानीय मुद्दों और समस्याओं के बारे में जानकारी हो। सांसद से लोगों की उम्मीदें भी कुछ ऐसी ही होती हैं। लिहाजा सांसद वही बेहतर जो आपके इलाके से वाकिफ हो और आपकी उस तक पहुंच आसान हो। क्योंकि अगर आपके इलाके की समस्या के संबंध में आपकी बात सुनने न कोई राहुल आएंगे और न कोई मोदी। आपका सांसद ही होगा जिससे आप अधिकार पूर्वक अपनी बात कह सकेंगे। तो ऐसे में अपने सांसद का चुनाव करते समय अपने मुद्दों को भी ध्यान में रखिये और एक बेहतर सांसद चुनने के वोट जरूर डाले ।
उत्तम सिंह
उत्तराखंड में लोकसभा की पाँच सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होना है।जिस पर मतदाओ मे चुनाव को लेकर जबरदस्त उत्साह है। जिसमें पहली बार मतदान कर रहे युवा वोटरों में खासा उत्साह देखा जा रहा है । लेकिन इन सब के बीच बड़ा सवाल ये है कि देश के लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए अपना बेहद कीमती वोट दिया किसे जये?
पिछले कुछ वर्षों में चुनावी प्रक्रिया और चुनाव लड़ने के तौर तरीकों में खासा बदलाव नज़र आया है। सोशल मीडिया भी अब चुनावों में बड़ी भूमिका निभा रहा है। राष्ट्रीय मसलों पर नेताओं के बयान और टीवी चैनलों में डीबेट भी चुनाव में मानस निर्माण का काम कर रही है। ऐसे में कई बार आम मतदाता अपने सांसद के चुनाव के दौरान अनिर्णय की स्थिति में आ जाता है।
लोकसभा का चुनाव आमतौर पर देश की सरकार के चुनाव के तौर पर देखा जाता है लेकिन आपका चुना हुआ सांसद आपके इलाके के विकास के लिए आपके और केंद्र सरकार के बीच सेतु का काम करता है। कोई भी सांसद अच्छा तभी हो पाता है जब उसे अपने इलाके के स्थानीय मुद्दों और समस्याओं के बारे में जानकारी हो। सांसद से लोगों की उम्मीदें भी कुछ ऐसी ही होती हैं। लिहाजा सांसद वही बेहतर जो आपके इलाके से वाकिफ हो और आपकी उस तक पहुंच आसान हो। क्योंकि अगर आपके इलाके की समस्या के संबंध में आपकी बात सुनने न कोई राहुल आएंगे और न कोई मोदी। आपका सांसद ही होगा जिससे आप अधिकार पूर्वक अपनी बात कह सकेंगे। तो ऐसे में अपने सांसद का चुनाव करते समय अपने मुद्दों को भी ध्यान में रखिये और एक बेहतर सांसद चुनने के वोट जरूर डाले ।
उत्तम सिंह
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