नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों और आंतकियों के बीच मुठभेड़ में जवानों का बड़ी कामयाबी मिल गई है। खबर है कि इस मुठभेड़ के दौरान जैश कमांडर मुद्दसिर खान सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया है।
वहीं बीते रविवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में जवानों ने मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी मार गिराया है। जिसके बाद तलाशी अभियान शुरू हुआ। इस बात की जानकारी रक्षा प्रवक्ता ने दी।
आतंकियों की खबर मिलते ही सेना ने त्राल इलाके के इंग्लिश गांव की घेराबंदी की और उसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। दोनों तरफ से फायरिंग हुई तो जवानों ने मुंहतोड़ जवान दिया।
जम्मू कश्मीर में में विस चुनाव अभी नहीं, चुनाव आयोग ने अन्य 4 राज्यों का शेड्यूल जारी किया
लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों का ऐलान हो चुका है. चुनाव आयोग ने चार राज्यों के विधानसभा चुनावों का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। इसमें आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम विधानसभा के चुनाव शामिल हैं। मगर सुरक्षा बंदोबस्त को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव अभी नहीं होंगे।
जम्मू एंड कश्मीर में लगा हुआ है राष्ट्रपति शासन
राज्य में विधानसभा भंग है और वहां राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है, बाकी राज्यों में मौजूदा सरकारों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव पर आयोग ने कहा कि राज्य सरकार और गृह मंत्रालय से इस बाबत चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में फिलहाल विधानसभा चुनाव नहीं होंगे।
चार राज्यों में ही होंगे विस चुनाव
चार राज्यों के विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ होंगे। इन राज्यों में ओडिशा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश शामिल हैं। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव पिछली बार 25 नवंबर-20 दिसंबर 2014 तक पांच चरणों में संपन्न हुए थे।
राज्य में 87 विस सीटें
राज्य में कुल 87 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने 28, बीजेपी ने 25, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 और कांग्रेस ने 12 जीती थीं. अन्य दलों ने 7 सीटें जीती थीं। बहुमत के लिए 44 सीटें जीतना जरूरी है। 19 जून 2018 तक राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती रहीं। बीजेपी और पीडीपी के गठबंधन की सरकार बनी थी. फिलहाल राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है।
जम्मू-कश्मीर में छह महीने का राज्यपाल शासन पूरा होने के बाद 20 दिसंबर 2018 को राष्ट्रपति शासन लागू है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक की सिफारिश पर इस बाबत एक घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। राज्य में महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में गठबंधन सरकार से जून में बीजेपी ने समर्थन वापस ले लिया था. इसके बाद जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक संकट बना हुआ है।
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