जब उनकी डिग्री की जानकारी लेनी चाही तो वह तरह तरह के बहाने लगाने लगे! अपने आप को बी .ए .एम .एस डॉक्टर बताने वाले जैद अकरम से उनका पहचान पत्र मांगा तो वे बांग्लादेश के मूल निवासी है! और मजे की बात तो यह है! कि जिस क्लीनिक का लेटर पैड जो वह दवाई लिखने के लिए काम में लाते हैं! उस पर भी ईदगाह रोड ,ज्वालापुर हरिद्वार का पता दर्शाता है!।
जब इस बारे में डॉक्टर जैद अकरम से बात की गई तो उन्होंने कहा के गांव मोहल्लों में डिग्री की कोई जरूरत नहीं होती है! इससे तो यह साफ पता चलता है !कि यह शासन-प्रशासन ही नहीं बल्कि भोली भाली जनता के साथ भी बहुत बड़ा धोखा है! अब देखना यह है कि प्रशासन ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ क्या कार्रवाई ककिसरते हैं!
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