गोवा;
देश के भूतपूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर नही रहे। चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके , पर्रिकर का जन्म 13 दिसम्बर 1955 को हुआ था। 64 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद उनका आज निधन हो गया।उनके निधन से देश में शोक की लहर दौड़ गयी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके निधन पर दुख जताते हुए कहा कि देश और गोवा में , उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा। 2014 में देश के रक्षा मंत्री बने मनोहर पर्रिकर, लंबे समय से बीमार चल रहे थे। विदेश से इलाज़ कराने के बाद भी उनका स्वास्थ्य सही नही हुआ। और वे लगातार डॉक्टरों की देख रेख में थे।
वे 6 बार गोवा विधानसभा में चुनकर आये। और 3 बार विधानसभा में विपक्ष में भी बैठे।। जबकि 26 नवम्बर 2104 को वे राज्यसभा के लिए भी चुने गए। रक्षामंत्री के रूप में भी उन्होंने कठोर कदम उठाने में कभी परहेज़ नही किया। उन्हें एक ईमानदार और समर्पित नेता के रूप में जाना जाता है।गोवा में उन्हें भाई के नाम से जाना जाता था। गोवा की जनता भी बहुत गमगीन है। उन्होंने पणजी अपने घर पर अंतिम सांस ली।
देश के भूतपूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर नही रहे। चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके , पर्रिकर का जन्म 13 दिसम्बर 1955 को हुआ था। 64 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद उनका आज निधन हो गया।उनके निधन से देश में शोक की लहर दौड़ गयी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके निधन पर दुख जताते हुए कहा कि देश और गोवा में , उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा। 2014 में देश के रक्षा मंत्री बने मनोहर पर्रिकर, लंबे समय से बीमार चल रहे थे। विदेश से इलाज़ कराने के बाद भी उनका स्वास्थ्य सही नही हुआ। और वे लगातार डॉक्टरों की देख रेख में थे।
वे 6 बार गोवा विधानसभा में चुनकर आये। और 3 बार विधानसभा में विपक्ष में भी बैठे।। जबकि 26 नवम्बर 2104 को वे राज्यसभा के लिए भी चुने गए। रक्षामंत्री के रूप में भी उन्होंने कठोर कदम उठाने में कभी परहेज़ नही किया। उन्हें एक ईमानदार और समर्पित नेता के रूप में जाना जाता है।गोवा में उन्हें भाई के नाम से जाना जाता था। गोवा की जनता भी बहुत गमगीन है। उन्होंने पणजी अपने घर पर अंतिम सांस ली।
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