ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
एक ओर केंद्र व प्रदेश सरकार प्रत्येक घर को बिजली कनेक्शन से जोड़ने के लिए निशुल्क प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना चला रही है। वहीं दूसरी ओर अधिकारी केंद्र सरकार की योजनाओं की पलीता लगा रहे है । ताजा मामला श्यामपुर ग्राम सभा मे भुगतान किए बिजली के बिल को बकाया दिखाकर दोबारा भेजकर उपभोक्ताओं के मानसिक उत्पीड़न किये जाने के रुप मे सामने आया है।
जिससे उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति आक्रोश बना हुआ है। ग्राम सभा श्यामपुर के भल्ला फार्म निवासी बालकृष्ण राणा पुत्र नैन सिंह राणा ने बताया कि उनके पिता के नाम पर बिजली का कनेक्शन है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 9 अक्टूबर 2018 से 11 दिसंबर 2018 तक का 2041 रुपए का बिल 26 दिसंबर 2018 जमा किया है। विभाग द्वारा 11 दिसंबर 2018 से 16 फरवरी 2019 तक के बिल के साथ पिछला 2041 रुपए का बिल जोड़कर 4730 रुपए का बिल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि बिजली का बकाया बिल देखकर उनके होश उड़ गए। उन्होंने कहा कि जब इस संबंध में मीटर रीडिंग लेने आए कर्मचारी से बात की तो उसने बताया कि तुम्हारा बिल जमा नहीं है। जबकि मैंने उसे बिल जमा की रसीद भी दिखाई। परंतु वह नहीं माना और उसने मुझे वर्तमान बिल के साथ बकाया बिल भी थमा दिया। जिससे उपभोक्ता में विभाग के प्रति आक्रोश बना हुआ है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है। कि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना को किस प्रकार से धरातल पर उतारा जा रहा है। कहा कि यदि विभाग ने बिल की त्रुटि में जल्द सुधार नही किया तो वे विभाग के खिलाफ आंदोलन करने को विवश हो जायेगे।
उत्तम सिंह
एक ओर केंद्र व प्रदेश सरकार प्रत्येक घर को बिजली कनेक्शन से जोड़ने के लिए निशुल्क प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना चला रही है। वहीं दूसरी ओर अधिकारी केंद्र सरकार की योजनाओं की पलीता लगा रहे है । ताजा मामला श्यामपुर ग्राम सभा मे भुगतान किए बिजली के बिल को बकाया दिखाकर दोबारा भेजकर उपभोक्ताओं के मानसिक उत्पीड़न किये जाने के रुप मे सामने आया है।
जिससे उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति आक्रोश बना हुआ है। ग्राम सभा श्यामपुर के भल्ला फार्म निवासी बालकृष्ण राणा पुत्र नैन सिंह राणा ने बताया कि उनके पिता के नाम पर बिजली का कनेक्शन है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 9 अक्टूबर 2018 से 11 दिसंबर 2018 तक का 2041 रुपए का बिल 26 दिसंबर 2018 जमा किया है। विभाग द्वारा 11 दिसंबर 2018 से 16 फरवरी 2019 तक के बिल के साथ पिछला 2041 रुपए का बिल जोड़कर 4730 रुपए का बिल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि बिजली का बकाया बिल देखकर उनके होश उड़ गए। उन्होंने कहा कि जब इस संबंध में मीटर रीडिंग लेने आए कर्मचारी से बात की तो उसने बताया कि तुम्हारा बिल जमा नहीं है। जबकि मैंने उसे बिल जमा की रसीद भी दिखाई। परंतु वह नहीं माना और उसने मुझे वर्तमान बिल के साथ बकाया बिल भी थमा दिया। जिससे उपभोक्ता में विभाग के प्रति आक्रोश बना हुआ है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है। कि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना को किस प्रकार से धरातल पर उतारा जा रहा है। कहा कि यदि विभाग ने बिल की त्रुटि में जल्द सुधार नही किया तो वे विभाग के खिलाफ आंदोलन करने को विवश हो जायेगे।
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