रुद्रप्रयाग;
भूपेंद्र भंडारी
उत्तराखण्ड की सरकारें शिक्षा व्यवस्था को ढर्रेंे पर लाने के लाख ढोल क्यों न पीटे ?लेकिन यहां शिक्षा की बदहाली का आलम
कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। रूद्रप्रयाग जनपद में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा के केन्द्रों की खस्ताहाल स्थिति पहले भी दिखाते आए हैं अब एक और स्थिति देखिए किस कदर नौनिहालों का जीवन पूरी तरह से दांव पर लगा हुआ है।
विकासखण्ड जखोली के आर्दश इंटर काॅलेज पौंठी में बिना अध्यापकों के किस तरह नौनिहालों का भविष्य अंधकारमय जैसे गम्भीरर तस्वीर दिखाई गयी थी ।लेकिन अब इसी गांव के प्राथमिक विद्यालय की तस्वीर देखिये , आप भी शिक्षा विभाग और सरकार को जमकर कोसेंगे।
प्राथमिक विद्यालय पौंठी की जर्जर भवन के नीचे 31 छात्रों का जीवन खतरे में नजर आ रहा है। छत से टपके सींमेट के टुकड़े और उसके नीचे बैठे नन्हें बच्चे अपने जीवन को खतरें में डालकर सुनहरे भविष्य की नींव रख रहे हैं।
लेकिन शिक्षा विभाग की घोर उदासीनता बच्चों के जीवन पर कब भारी पड़ जाये इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। अभिभावकों का कहना है कि वे न जाने कितने ही बार शिक्षा विभाग और जिलाधिकारी के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उनकी कहीं भी कोई सुनवाई नहीं होती है।
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