डोईवाला;
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के अंर्तगत हिमालयन अस्पताल में 38 वर्षीय इनाम का कोहनी प्रत्यारोपण कर उसे एक नया जीवन दिया गया।
बिजनौर निवासी इनाम जो कि पुलिस में कार्यरत हैं, बताते हैं कि एक वाहन दुर्घटना में उनकी दाहिनी कोहनी में चोट लगी थी। इनाम बताते हैं कि शुरूआती समय में उन्होंने अपने इलाज को बिजनौर से करवाया, इसमें चिकित्सकों ने उनकी कोहनी का ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन करने के बाद भी दर्द में कोई राहत महसूस नही हुआ। इनाम बताते हैं कि उन्होंने चड़ीगढ, झारखंड, रांची सहित कई अस्पतालों के चक्कर लगाए, इसके बाद भी कोहनी में दर्द से राहत नही मिला। इनाम को अपनी कोहनी दर्द के चलते वह अपने हाथ को हिला भी नही पा रहे थे, साथ ही उन्हें अपने दैनिक कामों में भी दिक्कत का सामना करना पड़
इनाम ने बताया कि उन्होंने ऋषिकेश में अपने हाथ का ऑपरेशन फिर से करवाया जिसके बाद भी कोई आराम न मिलने से वहां के चिकित्सकों ने दिल्ली रेफर कर दिया, जहां उनकी कोहिनी का एक और ऑपरेशन किया गया। इनाम अब अपने हाथ के ठीक होने की आस खो बैठे थे, जिसके बाद उनके किसी रिश्तेदार की सलाह पर वह हिमालयन अस्पताल के हड्डी विभाग में आए, यहां पर डॉ. चेतन पसीन ने उनकी शुरुआती सभी जांचे करने के बाद पाया कि इनाम के हाथ को ठीक करने के लिए कोहनी ट्रांसप्लाट से ही हाथ के दर्द से राहत मिल सकती है। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. चेतन पसीन ने कहा कि मरीज एक माह पूर्व सभी जांचे करने के बाद कोहनी के जोड़ का प्रत्यारोपण किया गया, जो कि सफल रहा आज मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ है व उसे हाथ के दर्द से राहत मिलने के साथ वह अपने दैनिक कार्यों को सुचारू रूप से कर रहा है। मरीज इनाम से बताया कि उसका दाहिना हाथ जिसमें लगातार दर्द था, आज वह सामान्य रूप से सभी कार्य कर रहा है। डॉ. चेतन पसीन ने बताया कि कोहनी ट्रांसप्लांट इसलिए जटिल था कि क्योकि मरीज के कई ऑपरेशन हो चके थे। ट्रांसप्लाट को सफल बनाने में डॉ. अनिल जुयाल, डॉ. अभिमन्यु व डॉ. अरूण का सहयोग सराहनीय रहा
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के अंर्तगत हिमालयन अस्पताल में 38 वर्षीय इनाम का कोहनी प्रत्यारोपण कर उसे एक नया जीवन दिया गया।
बिजनौर निवासी इनाम जो कि पुलिस में कार्यरत हैं, बताते हैं कि एक वाहन दुर्घटना में उनकी दाहिनी कोहनी में चोट लगी थी। इनाम बताते हैं कि शुरूआती समय में उन्होंने अपने इलाज को बिजनौर से करवाया, इसमें चिकित्सकों ने उनकी कोहनी का ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन करने के बाद भी दर्द में कोई राहत महसूस नही हुआ। इनाम बताते हैं कि उन्होंने चड़ीगढ, झारखंड, रांची सहित कई अस्पतालों के चक्कर लगाए, इसके बाद भी कोहनी में दर्द से राहत नही मिला। इनाम को अपनी कोहनी दर्द के चलते वह अपने हाथ को हिला भी नही पा रहे थे, साथ ही उन्हें अपने दैनिक कामों में भी दिक्कत का सामना करना पड़
इनाम ने बताया कि उन्होंने ऋषिकेश में अपने हाथ का ऑपरेशन फिर से करवाया जिसके बाद भी कोई आराम न मिलने से वहां के चिकित्सकों ने दिल्ली रेफर कर दिया, जहां उनकी कोहिनी का एक और ऑपरेशन किया गया। इनाम अब अपने हाथ के ठीक होने की आस खो बैठे थे, जिसके बाद उनके किसी रिश्तेदार की सलाह पर वह हिमालयन अस्पताल के हड्डी विभाग में आए, यहां पर डॉ. चेतन पसीन ने उनकी शुरुआती सभी जांचे करने के बाद पाया कि इनाम के हाथ को ठीक करने के लिए कोहनी ट्रांसप्लाट से ही हाथ के दर्द से राहत मिल सकती है। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. चेतन पसीन ने कहा कि मरीज एक माह पूर्व सभी जांचे करने के बाद कोहनी के जोड़ का प्रत्यारोपण किया गया, जो कि सफल रहा आज मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ है व उसे हाथ के दर्द से राहत मिलने के साथ वह अपने दैनिक कार्यों को सुचारू रूप से कर रहा है। मरीज इनाम से बताया कि उसका दाहिना हाथ जिसमें लगातार दर्द था, आज वह सामान्य रूप से सभी कार्य कर रहा है। डॉ. चेतन पसीन ने बताया कि कोहनी ट्रांसप्लांट इसलिए जटिल था कि क्योकि मरीज के कई ऑपरेशन हो चके थे। ट्रांसप्लाट को सफल बनाने में डॉ. अनिल जुयाल, डॉ. अभिमन्यु व डॉ. अरूण का सहयोग सराहनीय रहा
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