रूडकी:
बालिका को सबल बनाने में परिवार विद्यालय व प्रशासन का समन्वित प्रयास आवश्यक है। क्योंकि एक शिक्षित व सजग बालिका आगे चलकर अपने जीवन में एक सशक्त महिला के रूप में उभरती है। इसी सोच और मकसद के साथ स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग उत्तराखंड (एससीईआरटी) ने एक नई पहल की। जिसके तहत बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए 30 जनवरी से एक फरवरी तक तीन दिवसीय राज्यस्तरीय बालिका पंचायत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जनपद हरिद्वार के प्रतिभागियों ने अपना परचम लहराया।
टीम लीडर व डायट प्रवक्ता जान आलम ने बताया किसाहित्य सृजन, कविता/कहानी लेखन में कु0साक्षी,(प्रथम) भाषण प्रतियोगिता में कु0गुलिस्ता(द्वितीय), सलाद कटिंग डेकोरेशन प्रतियोगिता में सचिन रावल कु0साक्षी(द्वितीय),मंगलगीत गायन में कु0सपना झा, कु0शताक्षी,सचिन रावत, अंकित कुमार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।उन्होने बताया कि इस कार्यक्रम में बालिकाओं के साथ ही बालकों को व्यक्तिगत, सामाजिक एवं विधिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया।
प्रदेशभर से 150 बालक बालिकाओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में विविध गतिविधियों में हरिद्वार से 12 बालक-बालिकाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। जान आलम ने बताया कि सबसे पहले कार्यक्रम विकास खंड एवं जनपद स्तर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के तत्वावधान में जनपद बालिका पंचायत के रूप में आयोजित किया गया था।उन्होने बताया कि बालिका पंचायत के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गयी, इनमें मंगल गीत गायन प्रतियोगिता में गढ़वाली, कुमाऊंनी व जौनसारी शैली के मंगल गीत गायन शामिल होंगे। वहीं वाद्ययंत्र वादन प्रतियोगिता में ढोल दमाऊ व हुडका आदि पारंपरिक वाद्य यंत्रों का वादन किया गया। इसके अलावा बालिका सशक्तिकरण पर भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी,
साथ ही परंपरागत परिधानों में गढ़वाली, कुमाऊनी व जौनसारी परिधानशैली प्रदर्शित की गयी। इस उपलब्धि पर डायट प्राचार्य डीएल शाह, मुजीब अहमद, राजीव आर्य, कमलेश पतवार, डॉ0पीतम सिंह, वैष्णो सैनी, राकेश त्यागी, संध्या पाल, सरस्वती पुंडीर ,डॉ0अंजू मलिक आदि ने बच्चो को शुभकामनाऐ दी।
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