सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस ने राष्ट्रीय चुनाव से पहले पिछले चुनावों में एक-एक जीत हासिल की। हरियाणा के जींद में भाजपा ने उपचुनाव जीते, जहां ईवीएम या वोट मशीन में छेड़छाड़ के आरोपों के विरोध में मतगणना को कुछ समय के लिए रोक दिया गया।
कांग्रेस ने राजस्थान में रामगढ़ चुनाव जीता, 200 सीटों वाली विधानसभा में 100 के आंकड़े के साथ ,अपनी एक और सीट जोड़ ली। रामगढ़ में कांग्रेस उम्मीदवार सफ़िया ज़ुबैर को भारी अंतर से जीत मिली जबकिभाजपा के कृष्ण मिड्ढा ने जींद में 12,000 से अधिक मतों से जीत दर्ज की।
भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व नेता नटवर सिंह के बेटे, बसपा के उम्मीदवार जगत सिंह पर अपनी हार का ठीकरा फोड़ा। जगत सिंह ने सीट पर चुनाव नहीं होने देने के कारण भाजपा छोड़ दी थी। भाजपा ने सुखवंत सिंह को मैदान में उतारा।
जींद में, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, जो कैथल से विधायक भी हार गये है। हरियाणा की राजनीति में कांग्रेस के लिए सुरजेवाला वह इतिहास दोहराने में नाकामयाब रहे, जिसकी उम्मीद कांग्रेस पार्टी को थी.
दरअसल, साल 1972 के बाद कोई जाट समुदाय का प्रत्याशी जींद में चुनाव नहीं जीत पाया है. रणदीप सुरजेवाला की उम्मीदवारी से ऐसा लग रहा था कि जींद का यह रिकॉर्ड टूट जाएगा इस बार, मगर आज भी जाट समुदाय का कोई नेता नहीं जीत पाया और यह रिकॉर्ड कायम रह गया. बता दें कि रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं और जाट समुदाय से ही आते हैं.
कांग्रेस ने राजस्थान में रामगढ़ चुनाव जीता, 200 सीटों वाली विधानसभा में 100 के आंकड़े के साथ ,अपनी एक और सीट जोड़ ली। रामगढ़ में कांग्रेस उम्मीदवार सफ़िया ज़ुबैर को भारी अंतर से जीत मिली जबकिभाजपा के कृष्ण मिड्ढा ने जींद में 12,000 से अधिक मतों से जीत दर्ज की।
भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व नेता नटवर सिंह के बेटे, बसपा के उम्मीदवार जगत सिंह पर अपनी हार का ठीकरा फोड़ा। जगत सिंह ने सीट पर चुनाव नहीं होने देने के कारण भाजपा छोड़ दी थी। भाजपा ने सुखवंत सिंह को मैदान में उतारा।
जींद में, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, जो कैथल से विधायक भी हार गये है। हरियाणा की राजनीति में कांग्रेस के लिए सुरजेवाला वह इतिहास दोहराने में नाकामयाब रहे, जिसकी उम्मीद कांग्रेस पार्टी को थी.
दरअसल, साल 1972 के बाद कोई जाट समुदाय का प्रत्याशी जींद में चुनाव नहीं जीत पाया है. रणदीप सुरजेवाला की उम्मीदवारी से ऐसा लग रहा था कि जींद का यह रिकॉर्ड टूट जाएगा इस बार, मगर आज भी जाट समुदाय का कोई नेता नहीं जीत पाया और यह रिकॉर्ड कायम रह गया. बता दें कि रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं और जाट समुदाय से ही आते हैं.
एक टिप्पणी भेजें