हल्द्वानी:
पंकज सक्सेना
शिवालिक विहार मल्ली बमोरी हल्द्वानी जनपद नैनीताल के माहि मिनरल वाटर के प्रोपरिटेर द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल के पास एक शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए कहा कि द् सुरक्षा कर्मी प्रदान किये जानने की मांग की है.
पत्र में उन्होंने लिखा है कि भाजपा नेता प्रमोद नैनवाल और उनके बड़े भ सतीश नैनवाल द्वारा उन्हें अनावश्यक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था,
यही नहीं २० अगस्त २०१८ को भी थाना बेताल में इन्होने मेरे विरुद्ध झूटी रिपोर्ट भी लिखवाई गयी,जिसे बाद में सहमति के आधार पर सुलझा लिया गया था
१५ जनवरी २०१९ को सतीश नैनवाल द्वार पुनः झूटी रिपोर्ट लिखी गयी, कि व्यापारी ने उनसे मारपीट और गली गलौज की है. जबकि व्यापारी उस दिन अस्पताल में था, सीसीटीवी फुटेज इसकी पुष्टि भी करती है.
व्यापारी का कहना है कि थाना भतरौंजखान में प्रमोद नैनवाल के विरुद्ध मुकदमे भी दर्ज़ है। आपराधिक मुकदमों की श्रेणी में अपराध संख्या ५३६/२००८ आईपीसी धारा ३२३,५०४,५०६ और अपराध संख्या ०४ /२१७ में १४७,१४८,३४९,३४२,४२७ का संगीन अपराध भी शामिल है.
व्यापारी ने इसी बाबत पुलिस को पत्र लिखा है कि ऐसे अपराधी से व्यापारी को जान माल की हानि है. उक्त दोनों व्यक्ति राजनीती का फायदा उठाते हुए व्यापारी को हानि पंहुचा सकते है और उसकी छवि धूमिल कर सकते है , अतः निजी खर्चे पर ही सही परन्तु सुरक्षा प्रदान की जाये.
पंकज सक्सेना
शिवालिक विहार मल्ली बमोरी हल्द्वानी जनपद नैनीताल के माहि मिनरल वाटर के प्रोपरिटेर द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल के पास एक शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए कहा कि द् सुरक्षा कर्मी प्रदान किये जानने की मांग की है.
पत्र में उन्होंने लिखा है कि भाजपा नेता प्रमोद नैनवाल और उनके बड़े भ सतीश नैनवाल द्वारा उन्हें अनावश्यक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था,
यही नहीं २० अगस्त २०१८ को भी थाना बेताल में इन्होने मेरे विरुद्ध झूटी रिपोर्ट भी लिखवाई गयी,जिसे बाद में सहमति के आधार पर सुलझा लिया गया था
१५ जनवरी २०१९ को सतीश नैनवाल द्वार पुनः झूटी रिपोर्ट लिखी गयी, कि व्यापारी ने उनसे मारपीट और गली गलौज की है. जबकि व्यापारी उस दिन अस्पताल में था, सीसीटीवी फुटेज इसकी पुष्टि भी करती है.
व्यापारी का कहना है कि थाना भतरौंजखान में प्रमोद नैनवाल के विरुद्ध मुकदमे भी दर्ज़ है। आपराधिक मुकदमों की श्रेणी में अपराध संख्या ५३६/२००८ आईपीसी धारा ३२३,५०४,५०६ और अपराध संख्या ०४ /२१७ में १४७,१४८,३४९,३४२,४२७ का संगीन अपराध भी शामिल है.
व्यापारी ने इसी बाबत पुलिस को पत्र लिखा है कि ऐसे अपराधी से व्यापारी को जान माल की हानि है. उक्त दोनों व्यक्ति राजनीती का फायदा उठाते हुए व्यापारी को हानि पंहुचा सकते है और उसकी छवि धूमिल कर सकते है , अतः निजी खर्चे पर ही सही परन्तु सुरक्षा प्रदान की जाये.
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