ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
गौहरीमाफी गांव की सुरक्षा के लिये सौंग नदी किनारे तटबंध बनाने के लिए प्रस्तावित साढ़े 37 करोड़ रूपये की योजना को अभी तक बाढ़ नियंत्रण आयोग से मंजूरी नहीं मिल पाई है। समय रहते बाढ़ सुरक्षा कार्य शुरू होने से प्रभावित लोगों का चिंतित होना स्वाभाविक है। उनका कहना है कि योजना को जल्द मंजूरी मिलना जरूरी है।
सौंग व गंगा नदी से घिरे गौहरीमाफी गांव में हर साल इन नदियों के बाढ़ का पानी तबाही मचाता है। सौंग नदी किनारे पक्का तटबंध बनाने के लिए गत अप्रैल माह में सिंचाई विभाग ने साढ़े 37 करोड़ रूपये की योजना तैयार कर मंजूरी के लिए शासन के माध्यम से केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण आयोग को भेजी लेकिन अभी तक इसे मंजूरी नहीं मिली है। हालांकि क्षेत्रीय विधायक और विधान सभा अध्यक्ष ने इसे जल्द मंजूरी दिलाने की बात कही है, लेकिन लोग इस बात को लेकर आशंकित हैं हर बार की तरह इस बार भी बाढ़ सुरक्षा कार्यों के दावे हवाई साबित हुए तो बरसात में न केवल मुसीबत झेलनी पड़ेगी बल्कि जान-माल का नुकसान भी हो सकता है। बीते वर्ष गौहरीमाफी में सौंग नदी ने जो तबाई मचाई उसके गहरे जख्म अभी तक भरे नहीं हैं। तबाह हुई सड़कों की मरम्मत अभी तक नहीं हो सकी है। प्रभावित हुए सभी लोगों को मुआवजा नहीं मिल पाया है। जिन लोगों के घर टूटे और खेत बह गए उनके लिए कोई ठोस प्रबन्ध अभी तक नहीं हुआ है। अब बरसात आने को है लेकिन गौहरीमाफी गांव मे अभी तक बाढ सुरक्षा के स्थायी इतजाम नहीं हो सके ।वहीं समय रहते गौहरीमाफी गांव मे बाढ सुरक्षा कार्य नहीं हुये तो आने वाली बरसात से गांव को गम्भीर परिणाम भुगतान पड सकता है । वहीं सामाजिक कार्यकर्त्ता देवेन्द्र सेमवाल कहना है कि । गौहरीमाफी गांव मे बाढ सुरक्षा के स्थायी कार्य को लेकर सरकार से आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है । ग्रामीण सूरत नेगी,कृष्णा डोभाल,सोहन उनियाल, धर्म सिंह नेगी, मनदीप बगियाल,जयानंद गैरोला,
शूरवीर रावत,अनिल पेटवाल ने कहा कि अगर इस साल बाढ सुरक्षा कार्य नहीं हुआ तो इस बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे ।
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