हरिद्वार;
विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रेमनगर आश्रम हरिद्वार में आयोजित श्री विजय कौशल महाराज द्वारा कथित रामायण का श्रवण किया। इस दौरान महाराज जी से आर्शीवाद प्राप्त किया।
उन्होंने कहा कि कौशल महाराज जी की श्रीरामकथा सुनना मेरा और सभी भक्तों का परम सौभाग्य हैं। महाराज जी के सदवचन सदैव ही नैतिकता और आध्यात्मिकता की ओर ले जाते हैं। हरिद्वार जैसे पावन तीर्थ में श्रीरामकथा का रसपान करना अत्यन्त पुण्यदायक है।
भारत भूमि परंपरा, संस्कृति एवं संस्कार की भूमि है इस देश में लोग गाय, गंगा एवं गौरी की पूजा करते है। यह वह भारतभूमि है जिसमें राम, कृष्ण ने पापियों के नाश व संस्कृति, मर्यादा की रक्षा के लिए जन्म लेना पड़ा।
राम कथा संस्कृति, संस्कार एवं मर्यादा को बचाकर रखने के लिए प्रेरित करता है।
सभी लोगों को भगवान श्रीराम के चरित्र से प्रेरणा लेकर आदर्श पुरूष की भांति जीवन व्यतित करना चाहिए। तुलसीदास ने मनुष्य की शिक्षा के लिए सरल एवं सुगम भाषा में रामकथा लिखी। राम कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है।
विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रेमनगर आश्रम हरिद्वार में आयोजित श्री विजय कौशल महाराज द्वारा कथित रामायण का श्रवण किया। इस दौरान महाराज जी से आर्शीवाद प्राप्त किया।
उन्होंने कहा कि कौशल महाराज जी की श्रीरामकथा सुनना मेरा और सभी भक्तों का परम सौभाग्य हैं। महाराज जी के सदवचन सदैव ही नैतिकता और आध्यात्मिकता की ओर ले जाते हैं। हरिद्वार जैसे पावन तीर्थ में श्रीरामकथा का रसपान करना अत्यन्त पुण्यदायक है।
भारत भूमि परंपरा, संस्कृति एवं संस्कार की भूमि है इस देश में लोग गाय, गंगा एवं गौरी की पूजा करते है। यह वह भारतभूमि है जिसमें राम, कृष्ण ने पापियों के नाश व संस्कृति, मर्यादा की रक्षा के लिए जन्म लेना पड़ा।
राम कथा संस्कृति, संस्कार एवं मर्यादा को बचाकर रखने के लिए प्रेरित करता है।
सभी लोगों को भगवान श्रीराम के चरित्र से प्रेरणा लेकर आदर्श पुरूष की भांति जीवन व्यतित करना चाहिए। तुलसीदास ने मनुष्य की शिक्षा के लिए सरल एवं सुगम भाषा में रामकथा लिखी। राम कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है।
एक टिप्पणी भेजें