रुद्रप्रयाग;
भूपेंद्र भण्डारी
मौसम में आये बदलाव से रुद्रप्रयाग जिले में ठण्ड बड गयी हैं पिछले दो दिनों से आसमान में बादल छाये हुए हैं और उंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फवारी चल रही है। बीते दिवस केदारनाथ्ज्ञ में हल्की बर्फवारी हुई जिसके चलते धाम में करीब दो इंच वर्फ जम गई है। वर्फवारी के चलते केदारनाथ में आपदा पुर्ननिर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं और सीमेंट से होने वाले कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
भूपेंद्र भण्डारी
मौसम में आये बदलाव से रुद्रप्रयाग जिले में ठण्ड बड गयी हैं पिछले दो दिनों से आसमान में बादल छाये हुए हैं और उंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फवारी चल रही है। बीते दिवस केदारनाथ्ज्ञ में हल्की बर्फवारी हुई जिसके चलते धाम में करीब दो इंच वर्फ जम गई है। वर्फवारी के चलते केदारनाथ में आपदा पुर्ननिर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं और सीमेंट से होने वाले कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
वीओ0- वर्ष 2013 के बाद से शीतकाल में भी केदारनाथ में मानवीय हलचलें जारी रहती हैं और आपदा पुर्ननिर्माण कार्य लगातार जारी हैं। शीत काल में छह महीनों तक यहां लगातार वर्फवारी रहती है जिससे निमाणर्् कार्यों में भी दिक्कतें आती है। इस वर्ष धाम में पीएम मोदी के महत्वपूर्ण पांय प्रोजेक्टों में से मंदाकिनी नदी तट सुरक्षा दीवार व केदारनाथ सेन्ट्ल ऐक्सिस का कार्य पूर्ण हो चुका है साथ ही अगले वर्ष यात्रा शुरु होने तक धाम में सरस्वती नदी तट पर सुरक्षा दीवार, तीर्थ पुरोहितों के पांच नये आवास व अण्डरग्राउण्ड शकरार्चाय समाधि स्थल का निर्माएर कार्य हो जायेगा। धाम में कडाके की ठण्ड पडने की वजह से मजदूरों की संख्या भी कम हो गयी है जिससे पुर्ननिमार्ण कार्यों में भी कमी आ गयी है। प्रशासन का दावा है कि शीघ्र ही धाम में मजदूरों की संख्या बडाई जायेगी और अगले वर्ष कपाट खुलने से पूहले कई कार्यों को पूर्ण कर लिया जायेगा।
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