ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
तीर्थनगरी का एक मात्र राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश जिस पर स्थानीय लोगों की स्वास्थ्य की जिम्मेदारी है ।चिकित्सालय चिकित्सकों की कमी से तो जूझ ही रहा मगर अब जरूरी इजेक्शन और दवा भी मरीजों को उपलब्ध नहीं हो रही है । इसमें एंटी रैबीज इजेक्शन भी ना होने के कारण मरीजों को बाजार से मंहगे दामो पर खरीदना पड रहा है ।वहीं सबसे अधिक परेशानी तो गरीब परिवार के लोगों को सामने खडी हो जाती है। जब बाजार से मँहगे दामो इजेक्शन और दवाई खरीदने पडती है । गरीब परिवारों के लोगों इन समस्याओं से जूझना पडता है ।
गौहरी माफी निवासी सामाजिक कार्यकर्त्ता देवेन्द्र सेमवाल ने बताया की शुक्रवार को गौहरीमाफी निवासी वृद्ध 70 वर्षीय सुशीला देवी को जब अस्पताल पहुंची तो । उन्हें डाक्टर ने कुत्ते के काटने का एंटी रैबीज इजेक्शन अस्पताल मे ना होने पर बाजार से लाने को कहा। जिसमें बीपीएल परिवार की गरीब वृद्ध महिला को 350 रुपये का एंटी रेबीज इजेक्शन बाजार से खरीदने को मजबूर होना पडा । इस प्रकार के हालातों से बयां हो जाता है कि गरीबो के प्रति प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य महकमा किस तरह कार्य कर रहा है?
उत्तम सिंह
तीर्थनगरी का एक मात्र राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश जिस पर स्थानीय लोगों की स्वास्थ्य की जिम्मेदारी है ।चिकित्सालय चिकित्सकों की कमी से तो जूझ ही रहा मगर अब जरूरी इजेक्शन और दवा भी मरीजों को उपलब्ध नहीं हो रही है । इसमें एंटी रैबीज इजेक्शन भी ना होने के कारण मरीजों को बाजार से मंहगे दामो पर खरीदना पड रहा है ।वहीं सबसे अधिक परेशानी तो गरीब परिवार के लोगों को सामने खडी हो जाती है। जब बाजार से मँहगे दामो इजेक्शन और दवाई खरीदने पडती है । गरीब परिवारों के लोगों इन समस्याओं से जूझना पडता है ।
गौहरी माफी निवासी सामाजिक कार्यकर्त्ता देवेन्द्र सेमवाल ने बताया की शुक्रवार को गौहरीमाफी निवासी वृद्ध 70 वर्षीय सुशीला देवी को जब अस्पताल पहुंची तो । उन्हें डाक्टर ने कुत्ते के काटने का एंटी रैबीज इजेक्शन अस्पताल मे ना होने पर बाजार से लाने को कहा। जिसमें बीपीएल परिवार की गरीब वृद्ध महिला को 350 रुपये का एंटी रेबीज इजेक्शन बाजार से खरीदने को मजबूर होना पडा । इस प्रकार के हालातों से बयां हो जाता है कि गरीबो के प्रति प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य महकमा किस तरह कार्य कर रहा है?
.png)

एक टिप्पणी भेजें