देहरादून ;
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरू तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि धर्म एवं मानवीय मूल्यों, आदर्शों एवं सिद्धांतों की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वालों में गुरु तेग बहादुर साहब का स्थान अद्वितीय है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर का बलिदान केवल धर्म पालन के लिए नहीं, अपितु मानवीय संवेदनाओं एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बचाये रखने के लिये भी था। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने लोगों को प्रेम, एकता, भाईचारे का संदेश दिया। गुरू तेगबहादुर के बलिदान से हमे आपसी एकता एवं सद्भाव की प्रेरणा मिलती है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से शुक्रवार को गुरूनानक जी की जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में राष्ट्रीय सिक्ख संगत के प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। कार्तिक पूर्णिमा तथा गुरु नानक जी की जयंती की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि गुरू गुरूनानक देव जी ने हमें प्रेम, सामाजिक समरसता व शांति के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। उनकी शिक्षाएं आज पहले से अधिक प्रासंगिक हो गई है। मुख्यमंत्री ने इस प्रकाश उत्सव पर प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना की है।
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