देहरादून ;
प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति द्वारा नगर निकाय चुनाव में जिला कांगे्रस कमेटियों एवं प्रत्याशियों से मिली शिकायतों के उपरान्त पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने एवं विरोध में कार्य करने वाले लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए , कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने बताया कि जिन लोगों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निश्कासित किया गया है उनमें नगर निगम, देहरादून के वार्ड 82 दीपनगर से दीपक राही एवं अनिल शर्मा तथा हरिद्वार से महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश महामंत्री वन्दना गुप्ता को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
श्री धस्माना ने यह भी बताया कि कई अन्य लोगों से भी स्पश्टीकरण मांगा गया है तथा संतोशजनक उत्तर न मिलने पर उनके खिलाफ भी अनुषासनात्मक कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक अनुशासित संगठन है तथा इसमें यदि अनुशासनहीनता होती है तो उसे कतई बर्दास्त नहीं किया जायेगा तथा जो भी पार्टी अनुशासन को तोड़ेगा उसके खिलाफ अनुषासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।
प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति द्वारा नगर निकाय चुनाव में जिला कांगे्रस कमेटियों एवं प्रत्याशियों से मिली शिकायतों के उपरान्त पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने एवं विरोध में कार्य करने वाले लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए , कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने बताया कि जिन लोगों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निश्कासित किया गया है उनमें नगर निगम, देहरादून के वार्ड 82 दीपनगर से दीपक राही एवं अनिल शर्मा तथा हरिद्वार से महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश महामंत्री वन्दना गुप्ता को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
श्री धस्माना ने यह भी बताया कि कई अन्य लोगों से भी स्पश्टीकरण मांगा गया है तथा संतोशजनक उत्तर न मिलने पर उनके खिलाफ भी अनुषासनात्मक कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक अनुशासित संगठन है तथा इसमें यदि अनुशासनहीनता होती है तो उसे कतई बर्दास्त नहीं किया जायेगा तथा जो भी पार्टी अनुशासन को तोड़ेगा उसके खिलाफ अनुषासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।
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