ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
एम्स ऋषिकेश मे अव्यवस्था थमने का नाम नहीं ले रही है । एक बार फिर एम्स प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। शनिवार को सहारनपुर से इलाज के लिये आये एक बुजुर्ग को स्ट्रेचर और व्हील चेयर तक नही मिल पायी । जिस कारण मरीज का बेटा अपने पिता को गोद मे उठाकर डॉक्टर के पास इलाज करवाने के लिये पंहुचा। एम्स ऋषिकेश का अमानवीय चेहरा उस समय सामने आया जब पैर मे हुए इन्फेक्शन के कारण चलने फिरने मे नाकाम मरीज सहारनपुर से इलाज के लिये एम्स ऋषिकेश पंहुचा लेकिन उस मरीज को एम्स प्रशासन द्वारा व्हीलचेयर तक नही दी गयी, मरीज को व्हीलचेयर ना मिलने के कारण मरीज का बेटा रामकिशन अपने पिता को गोद में उठाकर डॉक्टर के पास तक पहुंचा वहीं मरीज अपने पिता के टेस्ट के लिए भी घंटों अपने पिता को गोद में उठाया घूमता रहा ।मरीज के बेटे रामकिशन ने बताया कि वह सहारनपुर के भगवानपुर का रहने वाला है उसने बताया कि उसके पिता के पैर में इंफेक्शन हो गया है जिस कारण वह चल फिर नहीं सकते यही कारण है कि वह अपने पिता का इलाज कराने के लिए एम्स ऋषिकेश आया राम किशन ने बताया यहां आने के बाद उसको एम्स के द्वारा स्ट्रेचर नहीं दी गयी जिस कारण वह अपने पिता को गोद में उठाकर ही डॉक्टर के पास ले गया ।लेकिन सब कुछ घंटों होता रहा इसके बावजूद भी एम्स के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया ,अब इससे साफ जाहिर होता है कि एम्स प्रशासन एम्स मे इलाज कराने आ रहे गरीब मरीजों के साथ किस तरह से पेश आता है और कितनी सुविधाएं देता है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है ।
उत्तम सिंह
एम्स ऋषिकेश मे अव्यवस्था थमने का नाम नहीं ले रही है । एक बार फिर एम्स प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। शनिवार को सहारनपुर से इलाज के लिये आये एक बुजुर्ग को स्ट्रेचर और व्हील चेयर तक नही मिल पायी । जिस कारण मरीज का बेटा अपने पिता को गोद मे उठाकर डॉक्टर के पास इलाज करवाने के लिये पंहुचा। एम्स ऋषिकेश का अमानवीय चेहरा उस समय सामने आया जब पैर मे हुए इन्फेक्शन के कारण चलने फिरने मे नाकाम मरीज सहारनपुर से इलाज के लिये एम्स ऋषिकेश पंहुचा लेकिन उस मरीज को एम्स प्रशासन द्वारा व्हीलचेयर तक नही दी गयी, मरीज को व्हीलचेयर ना मिलने के कारण मरीज का बेटा रामकिशन अपने पिता को गोद में उठाकर डॉक्टर के पास तक पहुंचा वहीं मरीज अपने पिता के टेस्ट के लिए भी घंटों अपने पिता को गोद में उठाया घूमता रहा ।मरीज के बेटे रामकिशन ने बताया कि वह सहारनपुर के भगवानपुर का रहने वाला है उसने बताया कि उसके पिता के पैर में इंफेक्शन हो गया है जिस कारण वह चल फिर नहीं सकते यही कारण है कि वह अपने पिता का इलाज कराने के लिए एम्स ऋषिकेश आया राम किशन ने बताया यहां आने के बाद उसको एम्स के द्वारा स्ट्रेचर नहीं दी गयी जिस कारण वह अपने पिता को गोद में उठाकर ही डॉक्टर के पास ले गया ।लेकिन सब कुछ घंटों होता रहा इसके बावजूद भी एम्स के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया ,अब इससे साफ जाहिर होता है कि एम्स प्रशासन एम्स मे इलाज कराने आ रहे गरीब मरीजों के साथ किस तरह से पेश आता है और कितनी सुविधाएं देता है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है ।
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