थत्यूड़/ टिहरी ;
मुकेश रावत
धनौल्टी तहसील कई गांवों के काश्तकार जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं। सूखे की मार से परेशान काश्तकारों की बची फसलों को जंगली सूअरों ने चौपट कर दी है। ऐसे में उनका मन अब खेती से उबने लगा है।
आजकल जंगली सूअर के आतंक से लोग परेशान है जोकि दिन में हीं खेतों में आकर किसानो की नगदी फसल नष्ट कर रहे हैं फसल मटर को सबसे ज्यादा नुकसान कर रहे हैं किसान युनियन अध्यक्ष महीपाल सिंह बेलवाल का कहना है कि कहीं बार मसुरी वन विभाग को मौखिक तथा लिखित दिया मगर वन विभाग इस और कोई ध्यान नही दे रहा किसान जीतपाल सिंह राणा सीमा चमोली विजय सिंह राणा सोवन गुसांईं सुरेश बेलवाल रणबीर सिंह बेलवाल आदि का कहना है कि हमारी मटर कि फसलों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया हैं
वन विभाग से फसलों की मुआवजे की मांग की है जिसमें धनौल्टी तहसील के गांव दबाली छन्डुखील फिडोगी गोठ लामीधार बाटवालधार खनेरी डान्डा की बैली नकुर्ची आदि गांव सामिल है। अब रही-सही कसर जंगली जानवर पूरी कर रहे हैं। दिन में बंदरों का उत्पात खेती को प्रभावित कर रहा है, तो इससे बड़ा खतरा रात जंगली सूअरों के झुंड बन गए हैं।
किसानों का कहना है कि रात में जंगली सूअरों के झुंड खेतों में उतर रहे हैं और फसलों को नष्ट कर रहे हैं। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। उनका कहना है कि उन्होंने इस समस्या को कई बार उठाया मगर इसके समाधान के लिए आज तक कोई पहल नहीं की गई। इससे अब उनका खेती से उनका मोह भंग होने लगा है। महज उक्त ग्रामीण क्षेत्र ऐसी ही समस्या से ग्रसित हैं। मगर शासन-प्रशासन जंगली जानवरों की समस्या से स्थाई निजात दिलाने में नाकाम रहा है।
मुकेश रावत
धनौल्टी तहसील कई गांवों के काश्तकार जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं। सूखे की मार से परेशान काश्तकारों की बची फसलों को जंगली सूअरों ने चौपट कर दी है। ऐसे में उनका मन अब खेती से उबने लगा है।
आजकल जंगली सूअर के आतंक से लोग परेशान है जोकि दिन में हीं खेतों में आकर किसानो की नगदी फसल नष्ट कर रहे हैं फसल मटर को सबसे ज्यादा नुकसान कर रहे हैं किसान युनियन अध्यक्ष महीपाल सिंह बेलवाल का कहना है कि कहीं बार मसुरी वन विभाग को मौखिक तथा लिखित दिया मगर वन विभाग इस और कोई ध्यान नही दे रहा किसान जीतपाल सिंह राणा सीमा चमोली विजय सिंह राणा सोवन गुसांईं सुरेश बेलवाल रणबीर सिंह बेलवाल आदि का कहना है कि हमारी मटर कि फसलों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया हैं
वन विभाग से फसलों की मुआवजे की मांग की है जिसमें धनौल्टी तहसील के गांव दबाली छन्डुखील फिडोगी गोठ लामीधार बाटवालधार खनेरी डान्डा की बैली नकुर्ची आदि गांव सामिल है। अब रही-सही कसर जंगली जानवर पूरी कर रहे हैं। दिन में बंदरों का उत्पात खेती को प्रभावित कर रहा है, तो इससे बड़ा खतरा रात जंगली सूअरों के झुंड बन गए हैं।
किसानों का कहना है कि रात में जंगली सूअरों के झुंड खेतों में उतर रहे हैं और फसलों को नष्ट कर रहे हैं। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। उनका कहना है कि उन्होंने इस समस्या को कई बार उठाया मगर इसके समाधान के लिए आज तक कोई पहल नहीं की गई। इससे अब उनका खेती से उनका मोह भंग होने लगा है। महज उक्त ग्रामीण क्षेत्र ऐसी ही समस्या से ग्रसित हैं। मगर शासन-प्रशासन जंगली जानवरों की समस्या से स्थाई निजात दिलाने में नाकाम रहा है।
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