हिसार ;
बरवाला के सतलोक आश्रम में साल 2014 में एक बच्चे और चार महिलाओं की मौत के मामले में रामपाल को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। वह आखिरी सांस तक जेल में रहेगा। बाबा के बेटे विजेंद्र समेत 15 अन्य को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
इसके अलावा सभी पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। रामपाल को यह सजा केस नंबर 429 में सुनाई गई है। बरवाला के आश्रम में 16 नवंबर 2014 को हुई हिंसा में चार महिलाओं सहित डेढ़ साल की बच्चे की मौत हुई थी।
मामले में रामपाल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए केस दर्ज किया गया और 11 अक्तूबर को बाबा को इस केस में आईपीसी की धारा 302, 343 व 120 बी के तहत दोषी करार दिया गया।
एक अन्य केस नंबर 430 में रामपाल को कल सजा सुनाई जाएगी। बता दें कि 16 अक्तूबर दिन मंगलवार को रामपाल का सजा सुनाए जाने के मद्देनजर हिसार को छावनी में बदल दिया गया था। जिले में 10 अक्तूबर से ही धारा-144 लागू रही। सात जिलों की पुलिस फोर्स सहित 2000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
बरवाला के सतलोक आश्रम में साल 2014 में एक बच्चे और चार महिलाओं की मौत के मामले में रामपाल को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। वह आखिरी सांस तक जेल में रहेगा। बाबा के बेटे विजेंद्र समेत 15 अन्य को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
इसके अलावा सभी पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। रामपाल को यह सजा केस नंबर 429 में सुनाई गई है। बरवाला के आश्रम में 16 नवंबर 2014 को हुई हिंसा में चार महिलाओं सहित डेढ़ साल की बच्चे की मौत हुई थी।
मामले में रामपाल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए केस दर्ज किया गया और 11 अक्तूबर को बाबा को इस केस में आईपीसी की धारा 302, 343 व 120 बी के तहत दोषी करार दिया गया।
एक अन्य केस नंबर 430 में रामपाल को कल सजा सुनाई जाएगी। बता दें कि 16 अक्तूबर दिन मंगलवार को रामपाल का सजा सुनाए जाने के मद्देनजर हिसार को छावनी में बदल दिया गया था। जिले में 10 अक्तूबर से ही धारा-144 लागू रही। सात जिलों की पुलिस फोर्स सहित 2000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
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