श्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्मार्ट बाड़ परियोजना का उद्घाटन किया
केंद्रीय
गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज जम्मू में भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा
पर स्मार्ट बाड़ के लिए दो प्रायोगिक परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इस
अवसर पर श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने देश की सीमाओं की और अधिक
सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सीमा की
सुरक्षा-व्यवस्था को और मजबूत एवं प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी का अधिकतम
इस्तेमाल करती रही है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्यों की सुरक्षा से
जुड़े मुद्दों से निपटने के लिए सीमा पर स्मार्ट बाड़ एक तकनीकी समाधान है।
जम्मू में भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर प्रायोगिक आधार पर दो
परियोजनाएं स्थापित की गई है।
उन्होंने
कहा कि इस स्मार्ट बाड़ से सीमा पर शहीद हो रहे हमारे जवानों की संख्या
में कमी आएगी और जवानों में तनाव का स्तर भी बहुत हद तक कम होगा।
केंद्रीय
गृहमंत्री ने कहा कि डिजिटल स्मार्ट बाड़ से हमारी सीमाएं बिल्कुल
सुरक्षित होंगी क्योंकि आतंकवादियों के लिए इसका अतिक्रमण करना और सीमा पार
से घुसपैठ करना असंभव होगा।
इस
अवसर पर पूर्वोत्तर राज्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार),
प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं
अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक
श्री के. के. शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
बाद
में मीडिया को संबोधित करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा की
सुरक्षा को पुख्ता करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि 2026
किलोमीटर लंबी सीमा अतिसंवेदनशील है और सीमा पर ऐसे क्षेत्रों की रक्षा के
लिए डिजिटल बाड़ प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि
स्मार्ट सीमा बाड़ की मदद से हमारी सीमाएं सुरक्षित होंगी और जवानों द्वारा
पैट्रोलिंग पर निर्भरता कम होगी।
समग्र
एकीकृत सीमा प्रबंधन व्यवस्था (सीआईबीएमएस) कार्यक्रम के तहत स्मार्ट सीमा
बाड़ परियोजना देश में अपनी तरह की पहली परियोजना है। सीमा पर 5.5
किलोमीटर लंबी दूरी की दो सीमा बाड़ परियोजनाओं की निगरानी व्यवस्था तकनीक
तौर पर काफी उन्नत है जिससे भूमि, जल और यहां तक की हवा में भी अदृश्य
इलेक्ट्रॉनिक बाधाएं लगी हैं। इससे काफी कठिन क्षेत्रों में भी बीएसएफ को
खतरे की पहचान करने और घुसपैठ की कोशिशों को रोकने में मदद मिलेगी।
सीआईबीएमएस निगरानी, संचार और डाटा संग्रहण में बड़ी संख्या में अलग-अलग
यंत्रों का इस्तेमाल करता है। बीएसएफ इससे सीमा पर 24 घंटे निगरानी करने
में सक्षम होगा चाहे मौसम आंधी-तूफान, कोहरा या बारिश का ही क्यों न हो।
जम्मू यात्रा के दौरान गृहमंत्री स्वच्छ भारत अभियान में भी शामिल हुए और बीएसएफ अधिकारियों और जवानों को स्वच्छता की शपथ दिलाई।
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