ऋषिकेश :
एम्स प्रशासन के पीड़ित कर्मचारियों के नेतृत्व में आमरण अनशन में बैठे दीपक रयाल को अचानक पुलिस बल द्वारा जबरन शासन प्रशासन के दबाव में उठाया गया ।और सरकारी अस्पताल मे भर्ती करवाया गया ।जिसमें एम्स ऋषिकेश निदेशक व प्रशासन का कितना दबदबा स्थानीय शासन व प्रशासन पर है देखने को मिला |
आमरण अनशन में बैठे दीपक रयाल व उनके कुछ सहकर्मी साथी आमरण अनशन स्थल पर बैठे रहे । अचानक पुलिस बल का प्रयोग करके प्रशासन द्वारा जबरन उठाने का मामला सामने आया । जिसमें मालूम हुआ कि कर्मचारियो द्वारा अपने हक़ के लिए बैठना भी गुनहा है जिसके लिए एम्स प्रशासन हर संभव प्रयास में जुटा है कि जो तानाशाही रवैये के खिलाप आवाज उठाये उन पर कैसे शिकंजा कसना है ।
प्रदेश महामंत्री काँग्रेस राजपाल खरोला ने कहा कि हम अपनी तरफ से सभी तरीके से समर्थन में है एवं विपक्ष की भूमिका निभाते हुए हम इन पीड़ितों के आंदोलन में इनके कंधे से कंधे मिलाकर चलेंगे ।
वहीं पीडित कर्मचारी अमित कंडियाल ने कहा भले ही हमारे भाई दीपक रयाल को हास्पिटल पहुंचा दिया । परंतु हमारी मांगो को पूरे किए बिना हम धरना प्रर्दशन व आमरण अनशन को समाप्त नही करेंगे चाहे हमारे प्राणों ही क्यो ना चले जाये । दूसरे आमरण अनशनकारी के रूप में आशीष बलोनी अनशन पर बैठेंगे ।
आमरण अनशन में गौरव कैंथोला, अजय बिष्ट, सुधीर बहुगुणा, आशीष बलोनी, एकांत गोयल, मधु जोशी, देवेश बहुगुणा,मुकुल चौहान, सुमेर सिंह आदि मौजूद रहे ।
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