ऋषिकेश :
एम्स ऋषिकेश मे उन्नीस दिन से चल रहा धरना एव आमरण अनशन पर बैठे निष्कासित कर्मियों ने एम्स प्रशासन के तानाशाही रवैये व भ्रष्टाचार के विरोध में स्थानीय लोगों ,मातृ शक्ति , छात्र संघ, जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर जन आक्रोश रैली निकाली । एम्स प्रशासन व निदेशक के तानाशाही रवैये के खिलाफ नारे बाजी करते हुये अपना आक्रोश जताया और चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उत्तराखंड के सभी युवाओं को न्याय नही मिला तो उत्तराखंड आंदोलन की तर्ज पर दूसरा आंदोलन करने के लिये बाध्य होना पडेगा । जिसमें जो भी प्रक्रिया बाधा होगी व हानि होगी उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी एम्स प्रशासन व निदेशक की होगी ।
पीड़ित कर्मचारी अमित कंडियाल ने कहा कि हम पिछले चार वर्षों से अपनी सेवाएं एम्स ऋषिकेश में दे रहे थे । लेकिन एम्स प्रशासन के तानाशाही रवैये से स्थानीय युवाओं को हटाया जा रहा है । निष्कासित कर्मियों ने कहा कि उसका परिणाम या तो हमारा बलिदान होगा या हमारे लिए न्याय होगा सभी सत्ता व विपक्ष व अन्य सभी आम जन मानस से समर्थन की अपील की ।
समर्थन में ऋषिकेश शहर व आस पास के सभी ग्रामीण क्षेत्रो से लोगों का आना हुआ जिसमें शांति प्रसाद भट्ट, राजेन्द्र गैरोला, भूपेंद्र राणा ,सी.पी.भट्ट, दिनेश कुलियाल लालमणि ,दिनेश असवाल, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शिवम भारद्वाज, छात्र संघ अध्यक्ष अरविंद पंवार,उपाध्यक्ष पारस नाथ, छात्र संघ यू आर रवि कुमार,जितेंद्र पाल पाठी,आशीष राणाकोटी, दिनेश पंवार, आशीष पंवार, विपिन जोशी, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्यामपुर पवन पांडेय,दिनेश चंद्र, विपिन पंत, वीरेन्द्र रमोला, प्रदेश सयुक्त सचिव कांग्रेष हरीश बिजल्वाण, डा. एस. आर.बिष्ट,मधु जोशी,गबर सिंह बिष्ट,सुभाष जखमोला, गुरविंदर सिंह गुर्री ,मास्टर दिनेश चंद्र , सरोज डिमरी, अटल सेना प्रदेश अध्यक्ष शीला पंत, पदमा नैथानी,कमला नेगी,शोभा चौहान ,माहेश्वरी पुरोहित,कमला शर्मा ,चन्द्रप्रभा बलोनी, कमला चौहान, दीपा राणा,रेखा देवी, प्रिया ,मीना, सीमा, शकुंतला,प्रेमा,नीलम अमृता ,विनीता राणा, सरिता कंडियाल आदि मौजूद रहे ।
एक टिप्पणी भेजें