विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,पंतनगर में कल भारत रत्न पं० गोविन्द वल्लभ पंत जी के 131 वे जन्म दिवस के सुअवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान शिरकत की।इस मौक़े पर विधायक राजेश शुक्ला भी मौजूद थे।
गोविंद बल्लभ पंत मैमोरियल सोसाइटी के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी गई । साथ ही,इस मौक़े पर विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए वैज्ञानिक उपकरणों का अवलोकन भी मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया।
गोविन्द बल्लभ पन्त जी की 131 वीं वर्षगांठ के अवसर पर श्री अग्रवाल ने शुभकामना देते हुए कहा कि गोविन्द वल्लभ पन्त भारत के पूर्व प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी, वरिष्ठ भारतीय राजनेता, .महान् देशभक्त, कुशल प्रशासक, सफल वक्ता, तर्क के धनी एवं उदारमना थे। यही वे व्यक्ति है जिनको उत्तरप्रदेश का प्रथम मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हैं।मुख्यमंत्री के अलावा श्री पन्त भारत के चौथे गृह मंत्री भी रह चुके हैं।
पन्त जी का भारतीय संविधान में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने और जमींदारी प्रथा को खत्म कराने में महत्वपूर्ण योगदान था। भारत रत्न का सम्मान उनके ही गृहमन्त्रित्व काल में आरम्भ किया गया था।
देश की आजादी के संग्राम और आजादी के बाद देश को संवारने में अपना अप्रतिम योगदान देने वाले उत्तराखंड के लाल भारतरत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी का व्यक्तित्व हिमालय जैसा विशाल था।
वह राष्ट्रीय फलक पर सोचते थे] लेकिन दिल में पहाड़ ही बसता था। उन्हें पहाड़ और पहाड़वासियों से अपार स्नेह था।
इस अवसर पर विधायक राजेश शुक्ला ने कहा पंडितजी महान ऊंचाइयों तक पहुंचने के बावजूद अपनी जड़ों से हमेशा जुड़े रहे और स्वार्थ की भावना से कहीं ऊपर उठकर अपने घर से विकास की शुरूआत की।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर ए0के0 मिश्रा ने कहा कि आज भले ही पन्त जी हम सब के सामने नहीं है लेकिन उनके द्वारा किये गये कार्यो और देश के लिए उनके बहुमूल्य योगदान के लिए भारत रत्न गोविन्द बल्लभ पन्त को हमेशा #याद रखा जाएगा।
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