घनसाली;
मनोज रावत
पहाड़ों में दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती है कहीं आकस्मिक और कही मानव द्वारा स्वयं दुर्गघटनाओ को स्वयं नयोता दिया जाता है। ऐसा ही आजकल देखने मो मिलरह है, गुना, सुरकंडा मंडोली मोटर मार्ग पर। यूटिलिटी
में 20 सीटों की व्यवस्था है परंतु 40 लोगों को पशुओं की भांति भरकर ले जाया का रहा है।
में 20 सीटों की व्यवस्था है परंतु 40 लोगों को पशुओं की भांति भरकर ले जाया का रहा है।ग्रामीणों और चालकों जा कहना है कि मोटर मार्ग की बदहाल व्यवस्था इसकी जिम्मेदार है। यदि मोटर मार्ग सही होते तो एक ही वाहन अधिक चक्कर लगा सकता था परंतु मोटर मार्गों के खराब होने या नही बने होने के कारण यात्री कुछ सुनने को तैयार नही है।
सवाल ये उठता है कि मोटर मार्गों की मरम्मत को आवंटित पैसा किसके गले उतर गया या फिर अब तक खर्च क्यों नही हुआ।? कहीं न कहीं विभाग की लापरवाही यात्रियों की जान पर भारी पड़ सकती है।
.png)
एक टिप्पणी भेजें