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नरेंद्र नगर: 
 वाचस्पति रयाल
  ऋषिकेश- टिहरी- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के नरेंद्र नगर से 02 किलोमीटर आगे बाईपास के समीप पिछले दिनों भारी मलबा आने के कारण लगभग 32 घंटे तक वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहा।  बमुश्किल ऑल वेदर रोड पर काम करने वाली कंपनी ने दोनों तरफ JCB लगाकर 32 घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद सड़क यातायात के लिए खोल  पाई थी।
मगर यहां पर निरंतर सड़क के ऊपर से मलवा आने के कारण यातायात बाधित हो रहा है। विगत रविवार और सोमवार को हल्की बारिश में भी यहां पर लगातार मलवा आने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, मलबे को साफ करने में निरंतर JCB लगी हुई है मगर जितना मलबा हटाया जा रहा है ऊपर से उतना ही मलबा सड़क पर पसरता जा रहा है।
यहां पर सड़क कब बंद हो जाए कहां नहीं जा सकता बहुत हल्की बारिश में भी मलवा और पत्थर सड़क पर गिरता जा रहा है।उप जिलाधिकारी लक्ष्मी राज चौहान ने बताया कि ऑल वेदर रोड कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया जा चुका है कि जैसे-जैसे सड़क पर मलबा आता जा रहा है वह मशीन लगाकर उसे हटाने का काम निरंतर जारी रखें।
वर्ष 2011 सितंबर को लगभग इसी स्थान के समीप से हुए भारी भूस्खलन के कारण डौंरगांव लगभग तबाह हो गया, 110 परिवारों में यहां अब लगभग 30 - 35 परिवार ही निवास करते हैं।
वर्ष 2011 में जहां पर टॉवर गांव को तबाह करने वाले यह सड़क टूटी थी ठीक उसी से सटकर ऑल वेदर रोड कटिंग के कारण गिर रहे भारी मलबे से डौंर गांव की बचे-खुचे खेत खलिहान ऑल वेदर रोड के मलबे की भेंट चढ़ते जा रहे हैं।यहाँ तक की पेयजल पाइप लाइन भी क्षतिग्रस्त होकर टूट गयी थी जिनकी अब तक ढंग से मरम्मत नहीं हो पाने के कारण ,
दो दिन से बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे है,डौंर गांव   के ग्रामीण। टूटी हुई पाइपलाइन की मरम्मत को तवज़्ज़ो नही दे रहे है, सम्बन्धित विभाग। शिकायत करने पर भी असर नहीं तो अब कहाँ जाकर रोना रोयेंगे ग्रामीण ।
इससे गांव के लोगों में भारी आक्रोश बना हुआ है ग्राम पंचायत डौंर के पूर्व प्रधान मंगल सिंह नेगी नेगी, पूर्व प्रधान सुनीता भंडारी व सामाजिक कार्यकर्ता दरबान सिंह भंडारी ने ऑल वेदर रोड के अधिकारियों कर्मचारियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने तबाह होते ही गांव के ऊपरी हिस्से में मलवा फेंक कर इसे डंपिंग जोन समझ लिया है।
 बारिश होने से मलबा काश्तकारों के खेतों में फैलता जा रहा है जिससे उनमें आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
पूर्व प्रधान मंगल सिंह नेगी नेगी बताया कि उनके कार्य के लंबे चौड़े 03 खेत इन दिनों मलबे की भेंट चढ़ गए हैं। इसके लिए उन्होंने ऑल वेदर रोड पर कटिंग कर रहे कंपनी को जिम्मेदार ठहराया और कहा है कि वह कंपनी के खिलाफ कोर्ट के दरवाजे खटखटाएंगे और मुआवजे की मांग करेंगे।
उल्लेखनीय है कि NH 94 यहां बाईपास के समीप बुरी तरह क्षतिग्रस्त होता जा रहा है इतना ही नहीं अगर बारिश निरंतर जारी रहती है तो ठीक क्षतिग्रस्त रोड के ऊपर निर्माणाधीन धर्मानंद उनियाल महाविद्यालय को खतरा पहुंचने से इनकार नहीं किया जा सकता,।
पर्यावरण के जानकारों का कहना है कि ऐसे स्थान जहां पर ऑल वेदर रोड कटिंग के दौरान सिर्फ मिट्टी ही मिट्टी प्रतीत हो रही थी ऐसे स्थानों पर कटिंग बरसात में नहीं की जानी चाहिए थी।
पर्यावरण के क्षेत्र में काम कर रहे उत्तराखंड जन जागृति संस्थान के अध्यक्ष अरण्य रंजन, पर्यावरणविद् धूम सिंह नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता वह पूर्व सभासद जयपाल सिंह नेगी, नरेंद्र नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष राजेंद्र गुसाईं, उपेंद्र थपलियाल, सुंदर सिंह रावत, पूर्व पालिका अध्यक्ष व सीनियर एडवोकेट सोबन सिंह नेगी आदि का कहना है कि ऑल वेदर रोड की कटिंग सिर्फ काम करने के उद्देश्य से है। हड़बड़ी और आनन फानन में किया जाता रहा है।
बहुत अंदर तक सड़क के काटे जाने से क्या नुकसान होंगे। इस पर कतई गौर नहीं किया गया है ,जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है । इन लोगों का कहना है कि ऑल वेदर रोड कटिंग से जो गांव खतरे की जद में है। और जिनके खेत खलियान ऑल वेदर रोड के मलबे की भेंट चढ़ गए हैं। इस के मुआवजे के लिए संयुक्त आंदोलन चलाया जाएगा।

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