नरेंद्र नगर;
वाचस्पति रयाल
ऋषिकेश -गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 94 पर फकोट से 3 किलोमीटर आगे ताछला ग्राम पंचायत के अंतर्गत ग्राम लम्याली के काश्तकारों की खड़ी धान की फसल मलबे की भेंट चढ़ गई और दर्जनों खेत ऑल वेदर रोड से आए मलबे में दब गए।
क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व फौजी जोत सिंह रावत ने बताया कि गत 15 व 16 जून को मूसलाधार बारिश होने से ऑल वेदर रोड कटिंग का मलवा भारी मात्रा में नीचे बसे गांव लम्याली के खेतों में जा पहुंचा और खेतों में खड़ी धान की फसल जहां मलबे की भेंट चढ़ गयी वहीँ काश्तकारों के दर्जनों खेत मलबे से पट गए और सिंचाई की नहर का मलबे में दबकर कहीं अता पता ही नहीं है।
गुस्साए काश्तकारों ने नई टिहरी जिला मुख्यालय जाकर जिलाधिकारी सोनिका से मुलाकात की और घटना से उन्हें अवगत कराया तथा नष्ट हुए खेतों और धान की फसल की वीडियो जिलाधिकारी को दिखायी। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से संज्ञान लेते हुए उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर लक्ष्मी राज चौहान को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
जोत सिंह रावत व धूम सिंह रावत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर लक्ष्मी राज चौहान से मुलाकात की और अपना दुखड़ा उन्हें बताया उप जिलाधिकारी ने ऑल वेदर रोड के अभियंता कैलाश जोशी से दूरभाष पर संपर्क करते हुए निर्देशित किया कि वह तत्काल मौके पर पहुंचकर खेत में पड़े मलबे को उठाने और काश्तकारों को फसल का मुआवजा देने की कार्रवाई सुनिश्चित करें।
काश्तकारों में ऑल वेदर रोड निर्माण में लगे कंपनी के कर्मचारियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने गांव के ऊपर सड़क पर पानी की निकासी को बने नाड़दाने कोूं रोड कटिंग के मलबे से अवरुद्ध कर दिया जिसके कारण सारा मलबा वर्षा के पानी के तेज बहाव के साथ खेतों में पहुंच गया खेत दब गये और फसल चौपट हो गई इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
सामाजिक कार्यकर्ता जोत सिंह रावत ,धूम सिंह रावत ,उमेद सिंह, सुनील सिंह ,सतीश सिंह ,प्रधान चिंता देवी ,सुधा देवी ,मंजू देवी तथा दीवान सिंह का कहना है कि उनके खेतों से मलवा हटाया जाए और बर्बाद हुई फसल का उन्हें मुआवजा दिया जाए अन्यथा वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
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