हरिद्वार:
अब सुसाइट नोट खोलेगा राज , क्या है, मौत का कारण -
जनपद के विकासखंड बहादराबाद थाने में तैनात एक महिला दारोगा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है । पुलिस को मौके से दो अलग-अलग सुसाइड नोट मिले हैं। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
देहरादून के सहसपुर निवासी आंचल फरासी पुत्री रमेश 2015 में बतौर उपनिरीक्षक उत्तराखंड पुलिस का हिस्सा बनी थी। एक साल से आंचल बहादराबाद थाने में तैनात थी। उसने बहादराबाद के पुराने थाने के पास कमरा किराए पर ले रखा था। मंगलवार रात करीब 9:30 मिनट पर डयूटी करनें के बाद वह अपने कमरें पर चलीं गई बुधवार को थाने में ध्वजारोहण कार्यक्रम में न पहुंचने पर कार्यवाहक थाना प्रभारी संजय शर्मा ने दो पुलिसकर्मी को आंचल को बुलाकर लाने को कहां दोनों पुलिस कर्मी आंचल के कमरे पर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की से झांकने पर आंचल का शव लटका देख पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए।
सूचना पर एसएसपी कृष्ण कुमार वीके, एसपी सिटी ममता वोहरा, सीओ कनखल मनोज कत्याल समेत पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव की नीचे उतरवाया। कमरे से दो सुसाइड नोट बरामद हुए। जिनमे एक सुसाइड नोट परिजनों के लिए छोड़ा गया था। उसे पुलिस ने खोले बगैर परिजनों के लिए सुरक्षित रख लिया।
दूसरे सुसाइड नोट में खुदकुशी के लिए खुद को ही जिम्मेदार ठहराया गया था।पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। हालांकि, अधिकारी जांच के बाद किसी नतीजे पर पहुंचने की बात कह रहे हैं। मगर प्रथम दृष्टया यह माना जा रहा कि आत्महत्या के पीछे निजी कारण रहे हैं।
एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि आंचल पुत्री रमेश चंद्र निवासी सहसपुर 2017 बैच की उपनिरीक्षक थी। वर्ष 2017 में आंचल की हरिद्वार जिले में आमद हुई थी।
तीन साल पहले दारोगा बनी आंचल ने खुदकुशी जैसा आत्मघाती कदम क्यों उठाया यह बात घटना स्थल पर मौजूद हर पुलिसकर्मी के जहन में एक सवाल बनकर उठ रही थी। मौके पर मिले आंचल के सुसाइट नोट में क्या लिखा है इस राज़ को जानने की जिज्ञासा हर पुलिसकर्मी के दिल में थी। मगर पुलिस कप्तान के सुसाइट नोट को परिजनों के सामने खोले जाने के आदेश के आगे हर पुलिसकर्मी मजबूर थें। हालांकि परिजन बुधवार दोपहर हरिद्वार पहुंच गए हैं। मगर उनके सुसाइड नोट को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। वहीं सूत्र प्रेम सम्बन्धों की तरफ भी इशारा कर रहे हैं। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि परिजनों से जानकारी लेकर ही आंचल के आत्महत्या के कारणों का पता चल पाएगा।
तीन साल पहले दारोगा बनी आंचल ने खुदकुशी जैसा आत्मघाती कदम क्यों उठाया यह बात घटना स्थल पर मौजूद हर पुलिसकर्मी के जहन में एक सवाल बनकर उठ रही थी। मौके पर मिले आंचल के सुसाइट नोट में क्या लिखा है इस राज़ को जानने की जिज्ञासा हर पुलिसकर्मी के दिल में थी। मगर पुलिस कप्तान के सुसाइट नोट को परिजनों के सामने खोले जाने के आदेश के आगे हर पुलिसकर्मी मजबूर थें। हालांकि परिजन बुधवार दोपहर हरिद्वार पहुंच गए हैं। मगर उनके सुसाइड नोट को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। वहीं सूत्र प्रेम सम्बन्धों की तरफ भी इशारा कर रहे हैं। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि परिजनों से जानकारी लेकर ही आंचल के आत्महत्या के कारणों का पता चल पाएगा।
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