ऋषिकेश;
निशुल्क शिक्षण संस्थान उड़ान स्कूल मायाकुंड में आज सन् 1857 की क्रांति के अग्रदूत एवं भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अमर क्रांतिकारी मंगल पाण्डेय जी की जयंती पर विद्यालय परिवार द्वारा उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके अमर बलिदान को याद किया गया।।स्कूल के निदेशक डॉ राजे नेगी ने कहा कि जिसके नाम से होता , रोम रोम में कम्पन है ,
भारत के उस बाहुबली की , हिम्मत का अभिनंदन है .
भारत की इस पावन मिटटी से उस वतन वीर का वंदन है ,
मंगल के क़दमों की माटी हर माथे का चंदन है। डॉ नेगी ने कहा कि मंगल पांडेय एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने सन् 1857 में भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।वो ईस्ट इंडिया कम्पनी की 34 वीं बंगाल इंफेंट्री के सिपाही थे।तत्कालीन अंग्रेजी शासन ने उन्हें बागी करार दिया जबकि आम हिन्दुस्तानी उन्हें आजादी की लड़ाई के नायक के रूप में सम्मान देता है भारत के स्वाधीनता संग्राम में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर भारत सरकार द्वारा उनके सम्मान में सन् 1984 में डाक टिकट भी जारी किया गया। इस मौके पर स्कूल परिवार द्वारा आज सुबह चंबा धरासू मोटरमार्ग टिहरी के सल्याधर के पास हुई रोडवेज बस दुर्घटना में मरने वाले बस यात्रियों की आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखा गया एवं इस हृदय विदारक बस दुर्घटना में घायल यात्रियों के स्वास्थ्य लाभ हेतु भगवान से प्रार्थना की गई। इस अवसर पर मीनाक्षी राणा, निधि शर्मा,प्रिया क्षेत्री,प्रियंका कुकरेती,शालिनी भंडारी,शिवानी पंवार,मंजू देवी,आशुतोष कुदीयाल उपस्तिथि थे।
भारत के उस बाहुबली की , हिम्मत का अभिनंदन है .
भारत की इस पावन मिटटी से उस वतन वीर का वंदन है ,
मंगल के क़दमों की माटी हर माथे का चंदन है। डॉ नेगी ने कहा कि मंगल पांडेय एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने सन् 1857 में भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।वो ईस्ट इंडिया कम्पनी की 34 वीं बंगाल इंफेंट्री के सिपाही थे।तत्कालीन अंग्रेजी शासन ने उन्हें बागी करार दिया जबकि आम हिन्दुस्तानी उन्हें आजादी की लड़ाई के नायक के रूप में सम्मान देता है भारत के स्वाधीनता संग्राम में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर भारत सरकार द्वारा उनके सम्मान में सन् 1984 में डाक टिकट भी जारी किया गया। इस मौके पर स्कूल परिवार द्वारा आज सुबह चंबा धरासू मोटरमार्ग टिहरी के सल्याधर के पास हुई रोडवेज बस दुर्घटना में मरने वाले बस यात्रियों की आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखा गया एवं इस हृदय विदारक बस दुर्घटना में घायल यात्रियों के स्वास्थ्य लाभ हेतु भगवान से प्रार्थना की गई। इस अवसर पर मीनाक्षी राणा, निधि शर्मा,प्रिया क्षेत्री,प्रियंका कुकरेती,शालिनी भंडारी,शिवानी पंवार,मंजू देवी,आशुतोष कुदीयाल उपस्तिथि थे।
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