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रुद्रप्रयाग:
बीती रात्रि से हो रही लगातार बरसात के चलते कोटेश्वर झूला पुल टूट गया है। पुल का एक हिस्सा पूरी तरह से नष्ट हो गया है जिससे पुल पर आवागमन बन्द हो गया है। वर्षों पुराना यह पुल जिला कलक्ट्ेट, विकास भवन समेत कई विभागों व करीब दो दर्जन गावों की आवाजाही का एक मात्र साधन था। पुल टूट जाने से अब ग्रामीणों को करीब आठ किमी दूर का चक्कर लगाकर अपने गन्तब्यों को पहुंचना पडेगा।
रुद्रप्रयाग:
बीती रात्रि से हो रही लगातार बरसात के चलते कोटेश्वर झूला पुल टूट गया है। पुल का एक हिस्सा पूरी तरह से नष्ट हो गया है जिससे पुल पर आवागमन बन्द हो गया है। वर्षों पुराना यह पुल जिला कलक्ट्ेट, विकास भवन समेत कई विभागों व करीब दो दर्जन गावों की आवाजाही का एक मात्र साधन था। पुल टूट जाने से अब ग्रामीणों को करीब आठ किमी दूर का चक्कर लगाकर अपने गन्तब्यों को पहुंचना पडेगा।
रात्रि से जनपद मुख्यालय
रुद्रप्रयाग में भारी बारिश चल रही है, ऐसे में आम दिनचर्या तो प्रभावित
हो ही रही है साथ ही शहर को जोडने वाला एक मुख्य कोटेश्वर झूला पुल के टूट
जाने से अब आवागमन पूरी तरह से ठप्प को गया है। शहर के तिलणी कस्बे से सटा
यह पुल कोटेश्वर, बेला, खुरड, गन्धारी, सुमेरपुर, तिलणी, रतूडा, तूना,
किमोठा, लमेरी समेत कई गावों का सम्पर्क मार्ग भी था व यहां से जिला
कलक्टे्ट विकास भवन को आने जाने में काफी सुगमता रहती थी। पुल के टूट जाने
से अब इन क्षेत्र के लोगों को करीब सात से आठ किमी दूर का चक्कर काट कर
अपने गन्तब्यों तक पहुंचने के लिए मजबूर होना पडेगा।
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